यमुना अभियान: यमुना से ताज को खतरा
यमुना के दर्द को जागरण ने उठाया। अब सांसद रामशंकर कठेरिया ने नदी के दर्द की जानकारी शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी। उन्होंने कहा कि नदी का पानी विषैला हो चुका है। स्वास्थ्य के लिए यह बहुत हानिकारक है। अब ताजमहल को भी पीला कर रही है। इसकी नींव को खतरा हो गया है। सांसद कठेरिया ने प्रधानमंत्री को बताया कि आगरा ख्
आगरा। यमुना के दर्द को जागरण ने उठाया। अब सांसद रामशंकर कठेरिया ने नदी के दर्द की जानकारी शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी। उन्होंने कहा कि नदी का पानी विषैला हो चुका है। स्वास्थ्य के लिए यह बहुत हानिकारक है। अब ताजमहल को भी पीला कर रही है। इसकी नींव को खतरा हो गया है।
सांसद कठेरिया ने प्रधानमंत्री को बताया कि आगरा खारे पानी की समस्या से जूझ रहा है। पानी में फ्लोराइड की मात्रा 2000 से लेकर 5000 तक पहुंच गई है। दूषित पानी के कारण जनता चर्म रोग, मानसिक बीमारियां, कैंसर जैसे घातक रोग का शिकार हो रही है। शहर का जल स्तर भी प्रतिवर्ष 4 से 5 फिट गिरता जा रहा है। यमुना में गिरने वाले नाले उसे जहरीला बना रहे हैं।
गिरते जल स्तर से यमुना रेत का मैदान बनती जा रही है। इससे विश्व प्रसिद्ध ताजमहल भी पीला पड़ रहा है। ताजमहल की नींव में लगी लकड़ी नमी की कम हो रही है। इससे उसके अस्तित्व पर भी खतरा है। सांसद ने यमुना पर बैराज बनाने और उसे पर्याप्त पानी देने की मांग की है। उनका कहना था कि पानी होने से नौकायान और स्टीमर के माध्यम से स्मारकों को आपस में जोड़ा जा सकता है।