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संदेह के घेरे में व्यापम के परीक्षा रिकॉर्ड

व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) घोटाले की सीबीआइ जांच शुरू होने के बाद से इसके तमाम परीक्षा रिकॉर्ड संदेह के घेरे में आ गए हैं, जबकि व्यापम के पास वर्ष 2008 के पहले की परीक्षाओं के रिकॉर्ड नहीं हैं।

By Murari sharanEdited By: Published: Tue, 28 Jul 2015 09:34 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2015 09:39 PM (IST)
संदेह के घेरे में व्यापम के परीक्षा रिकॉर्ड

नई दुनिया ब्यूरो, भोपाल। व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) घोटाले की सीबीआइ जांच शुरू होने के बाद से इसके तमाम परीक्षा रिकॉर्ड संदेह के घेरे में आ गए हैं, जबकि व्यापम के पास वर्ष 2008 के पहले की परीक्षाओं के रिकॉर्ड नहीं हैं।

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इसमें पीएमटी की परीक्षाएं भी शामिल हैं। सीबीआइ जब भी व्यापम से तमाम रिकॉर्ड तलब करेगी, उसे सिर्फ डिजिटल डाटा पर निर्भर रहना होगा। उधर व्यापम का दावा है कि हाल के वर्षो में हुई किसी भी परीक्षा का रिकॉर्ड नष्ट नहीं किया गया है, बल्कि पुलिस, एसटीएफ आदि की जांच शुरू होने के वक्त से इन्हें सुरक्षित रखने की कोशिश की गई है। जो रिकॉर्ड कुछ दिन पहले जलाए गए थे, उसे व्यापम ने गैरजरू री बताया है।

सूत्रों का कहना है कि व्यापम के नियमानुसार परीक्षाओं का रिकॉर्ड छह महीने तक ही रखा जाता है, इसके बाद नष्ट करने का प्रावधान है, लेकिन इसके बावजूद अभी वर्ष 2008 से लेकर अब तक की पीएमटी परीक्षाओं का पूरा रिकॉर्ड मौजूद है, वहीं जब से व्यापम की परीक्षाओं पर संदेह गहराया है और विभिन्न स्तरों पर जांच शुरू हुई तो रिकॉर्ड सहेजने को लेकर व्यापम सक्रिय हो गया है।

इसी के चलते बहुत सारा परीक्षा रिकॉर्ड पुलिस तथा एसटीएफ की टीमें व्यापम से ले चुकी हैं। वर्ष 1996 से अब तक की परीक्षाओं का डिजिटल डाटा व्यापम अपने पास होने का दावा कर रहा है।

90 लाख में खरीदी थी मॉडल आंसर

व्यापम द्वारा आयोजित प्री-पीजी परीक्षा 2012 मामले में आरोपी बिल्डर विपिन गोयल उसके जीजा डॉ. कैलाश नारायण सिंघई के खिलाफ पूरक चालान पेश कर दिया गया। विशेष न्यायाधीश की अदालत में मंगलवार को पेश चालान में आरोपी विपिन गोयल ने अपने इकबालिया बयान में बताया कि उसने भरत मिश्रा और नितिन महिंद्रा से उसके भांजे प्रखर सिंघई को पास कराने के लिए 90 लाख रुपये में मॉडल आंसर खरीदी थी।


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