श्रीलंका और पाकिस्तान के लेखकों की पहली पसंद बने रहे भारतीय प्रकाशन हाउस
पाकिस्तान और श्रीलंका की एक बड़ी संख्या में पांडुलिपियां भारत में तेजी से बढ़ रही हैं।
नई दिल्ली,आईएएनएस। भारतीय प्रकाशन गृह तेजी से पड़ोसी देशों के लेखकों की पसंदीदा विकल्प बनते जा रहे हैं, पाकिस्तान और श्रीलंका के लेखकों की एक बड़ी संख्या में पांडुलिपियां भारत में तेजी से बढ़ रही हैं।
फिर भी, यह कई विरोधाभासों की एक कहानी है कई पांडुलिपियों को उनके खुद के देशों में मूल रूप से खारिज कर दिया गया था, जबकि उन पांडुलिपियों ने भारतीय प्रकाशकों का ध्यान आकर्षित किया।
इन प्रकाशन घरों के संपादकों का कहना है कि सामग्री के साथ प्रयोग करने के लिए और अधिक खुला होना, पाकिस्तान और श्रीलंका जैसे देशों के लेखकों की यात्रा को बहुत आसान बना देता है।
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