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देश में चौबीसों घंटे बिजली देने पर काम शुरू

अपने कार्यकाल के दौरान देश की पूरी आबादी को चौबीसों घंटे बिजली देने के लिए मोदी सरकार ने काम शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री की घोषणा को अमली जामा पहनाने की रणनीति बनाने की जिम्मेदारी बिजली मंत्री पीयूष गोयल और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान की टीम कर रही है

By Sudhir JhaEdited By: Published: Thu, 27 Nov 2014 09:27 AM (IST)Updated: Thu, 27 Nov 2014 09:41 AM (IST)
देश में चौबीसों घंटे बिजली देने पर काम शुरू

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। अपने कार्यकाल के दौरान देश की पूरी आबादी को चौबीसों घंटे बिजली देने के लिए मोदी सरकार ने काम शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री की घोषणा को अमली जामा पहनाने की रणनीति बनाने की जिम्मेदारी बिजली मंत्री पीयूष गोयल और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान की टीम कर रही है।

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बुधवार को इस टीम की पहली बैठक यहां हुई। इसमें देश के हर घर को बिजली से जोड़ने और चौबीसों घंटे बिजली आपूर्ति की राह में आने वाली दिक्कतों की पहचान की गई। बैठक के बाद गोयल ने बताया कि पूर्व संप्रग सरकार बेहद खराब बिजली क्षेत्र उन्हें सौंप कर गई है। विरासत में मिली इन सभी समस्याओं का समाधान निकालने की रणनीति बनेगी। रणनीति बनाने में सरकार के सारे मंत्रलय संयुक्त तौर पर योगदान देंगे।

वित्त मंत्रलय, बिजली मंत्रलय, पेट्रोलियम मंत्रलय, गैर पारंपरिक ऊर्जा श्रोत मंत्रालय और स्टील मंत्रलय की खास तौर पर भूमिका होगी। राज्यों की भूमिका भी इस रणनीति को तैयार करने में अहम होगी। यही वजह है कि बैठक में राज्यों को भी बुलाया गया था।

बिजली क्षेत्र को लेकर सरकार को आने वाले दिनों में जो फैसले करने हैं, उसके बारे में भी गोयल ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गैस आधारित बिजली प्रोजेक्टों के समक्ष गैस की कमी को दूर करने की व्यवस्था करनी है। इस बारे में सरकार एक विस्तृत योजना तैयार कर रही है। कोयला आपूर्ति की समस्या का समाधान भी बहुत जल्द निकल जाएगा। बिजली परियोजनाओं में बैंकों की बड़ी राशि फंसी हुई है। इसे निकालने की राह भी निकालनी है। यह सारा काम जल्द होगा। उन्होंने भरोसा जताया कि बिजली ग्राहकों पर शुल्क वृद्धि का बोझ नहीं डाला जाएगा।

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