'मैं मरने वाली हूं, प्लीज मेरी बच्ची को बचा लो'
मेरी एक बात सुन लो, मैं मरने वाली हूं। प्लीज मेरी बच्ची को बचा लो। जब तक तुम आओगे, तब तक मैं जिंदा नहीं बचूंगी, क्योंकि मैने बच्ची को जहर पिलाकर खुद भी जहर पी लिया है। रोंगटे खड़े कर देने वाले ये शब्द मरने से मात्र एक घंटे पहले एक विवाहिता ने अपने पति से फोन पर कहे थे। पति रुड़की गया हुआ था।
मेरठ [जासं]। मेरी एक बात सुन लो, मैं मरने वाली हूं। प्लीज मेरी बच्ची को बचा लो। जब तक तुम आओगे, तब तक मैं जिंदा नहीं बचूंगी, क्योंकि मैने बच्ची को जहर पिलाकर खुद भी जहर पी लिया है। रोंगटे खड़े कर देने वाले ये शब्द मरने से मात्र एक घंटे पहले एक विवाहिता ने अपने पति से फोन पर कहे थे। पति रुड़की गया हुआ था। सूचना पर एंबूलेंस से महिला और बच्ची को दयावती नर्सिग होम में भर्ती कराया गया, जहां महिला की मौत हो गई।
लावड़ निवासी स्वाति गढ़ रोड की अजंता कालोनी स्थित दयावती नर्सिग होम में नर्स की नौकरी करती थी। मेडिकल पुलिस ने बताया कि नर्सिग होम में ही कम्पाउंडर की नौकरी करने वाला मोदीपुरम निवासी शहनवाज राणा और स्वाति के बीच प्यार हो गया। 2008 में दोनों ने शादी कर ली। वर्तमान में वह शास्त्रीनगर आई ब्लॉक में किराये के मकान में रह रहे थे। स्वाति के एक डेढ़ वर्ष की बच्ची भी है। पड़ोस के लोगों ने पुलिस को बताया कि अलग-अलग धर्म के होने की वजह से आए दिन दोनों के बीच झगड़ा होता था।
कई बार शहनवाज ने स्वाति के साथ मारपीट भी की। शुक्रवार को शहनवाज घर से रुड़की जाने को कहकर चला गया। शहनवाज ने पुलिस को बताया कि दोपहर करीब एक बजे फोन मोबाइल पर स्वाति का फोन आया और उसने आत्मघाती कदम उठाने की सूचना फोन पर दी। इसके बाद मां और बेटी को नर्सिग होम में भर्ती कराया गया, जहां महिला की मौत हो गई। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पीएम कराया, वहीं मृतका के मायके वाले भी मौके पर आ गए।