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अधिवक्ता हत्याकांड में महिला व उसका मित्र गिरफ्तार

अधिवक्ता संजीव उर्फ संजय टाइगर की हत्या के मामले में पुलिस ने एक महिला व उसके एक पुरुष मित्र को गिरफ्तार किया है। हत्या में शामिल रहा महिला का दूसरा पुरुष मित्र अभी फरार है। संजय की हत्या महिला के घर की गई थी। शव को संजय की कार में ही डाल दिया गया था। आरोपी महिला के घर से मृतक का मोबाइल, जूत

By Edited By: Published: Mon, 11 Aug 2014 10:46 AM (IST)Updated: Mon, 11 Aug 2014 10:46 AM (IST)
अधिवक्ता हत्याकांड में महिला व उसका मित्र गिरफ्तार

नोएडा (जागरण संवाददाता)। अधिवक्ता संजीव उर्फ संजय टाइगर की हत्या के मामले में पुलिस ने एक महिला व उसके एक पुरुष मित्र को गिरफ्तार किया है। हत्या में शामिल रहा महिला का दूसरा पुरुष मित्र अभी फरार है। संजय की हत्या महिला के घर की गई थी। शव को संजय की कार में ही डाल दिया गया था। आरोपी महिला के घर से मृतक का मोबाइल, जूते और कमरे में फैला खून भी मिला है। आरोपी महिला व उसके पुरुष मित्र को पुलिस ने जेल भेज दिया है। फरार चल रहे दूसरे आरोपी की तलाश की जा रही है।

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सर्विलांस विंग क्राइम ब्रांच के प्रभारी आलोक कुमार और कोतवाली फेस-दो पुलिस को सूचना मिली कि हत्या के मामले में वांछित अपराधी नंगला चरनदास गांव में हैं। सूचना पर पुलिस ने राजेंद्र चौधरी के मकान में छापा मारा और यहां किराए पर रहने वाली संध्या और उसके पुरुष मित्र अवनीश गुप्ता को गिरफ्तार किया। संध्या मूल रूप से कादलपुर दनकौर की रहने वाली है और अवनीश शाहजहांपुर के कलान गांव का रहने वाला है और फेस-दो के ककराला गांव में अफजाल के मकान में किराए पर रह रहा था।

पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि संध्या अपने बहनोई वीरेंद्र के एक मामले में पैरवी कर रही थी। वीरेंद्र पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है और संध्या इस केस के मामले में संजय से लगातार मिलती थी। संध्या का संजय से मिलना अवनीश और महिला के दूसरे पुरुष मित्र कुलेसरा निवासी अशोक को नागवार लगता था। अवनीश और अशोक ने संजय टाइगर को रास्ते से हटाने के लिए हत्या की योजना बनाई। इस षडयंत्र में दोनों ने संध्या को भी शामिल कर लिया। संध्या ने बृहस्पतिवार की रात में करीब साढ़े नौ बजे संजय टाइगर को फोन कर अपने घर बुलाया। यहां पहले से मौजूद अवनीश और अशोक ने चाकू से वार कर संजय की हत्या कर दी। शव को भंगेल-दादरी रोड पर फेस-दो में सी-40 के सामने संजय की कार की पिछली सीट पर छोड़कर फरार हो गए।

हत्या से पहले खूब हुई हाथापाइर्

हत्या से पहले आरोपी अवनीश व अशोक और संजय के बीच जमकर हाथापाई भी हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पांच जगह चोट के निशान इस बात को पुष्टि कर रहे हैं।

रक्तस्त्राव के कारण हुई मौत

संजय की मौत तेज धार के हथियार से गहरी चोट और अधिक रक्त बहने के कारण हुई। संजय के शरीर पर पांच जगह तेज धार हथियार के वार के निशान मिले हैं। इनमें से कनपटी के पास मिला निशान गहरा है और यहां से सबसे अधिक खून निकला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक गहरी चोट लगने और अधिक रक्त बहने के कारण मौत हुई है। संध्या इस समय अपने पुरुष मित्रों के साथ रह रही थी। अपने पति से करीब छह वर्ष पहले वह अलग हो गई थी, लेकिन दोनों कानूनी रूप से लिखित तौर पर अलग नहीं हुए हैं। संध्या इस समय किराए के मकान में रह रही थी। पति से अलग होने के बारे में भी संध्या ने कुछ नहीं बताया। सिर्फ इतना बताया कि करीब छह वर्ष पहले वह अलग हो गई थी।

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