ई-टिकट का आधार बनेगा कार्ड
अब ई-टिकट लेने वालों के लिए आधार कार्ड ही एकमात्र ‘आधार’ होगा, यानि इसके बगैर टिकट की बुकिंग नहीं की जा सकेगी। यात्रियों की दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही संख्या के साथ टिकटों की बढ़ती कालाबाजारी को रोकने के लिए रेलवे यह कदम उठाने जा रहा है।रेलवे काउंटर से मिलने
मुरादाबाद। अब ई-टिकट लेने वालों के लिए आधार कार्ड ही एकमात्र ‘आधार’ होगा, यानि इसके बगैर टिकट की बुकिंग नहीं की जा सकेगी। यात्रियों की दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही संख्या के साथ टिकटों की बढ़ती कालाबाजारी को रोकने के लिए रेलवे यह कदम उठाने जा रहा है।
रेलवे काउंटर से मिलने वाले टिकटों की ब्लैक पर काफी हद तक नियंत्रण हो गया है, लेकिन ई-टिकट की कालाबाजारी नहीं रुक पा रही है। समर सीजन में विजिलेंस व आरपीएफ देश भर में 301 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार कर चुकी है। अब रेलवे बोर्ड ने इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आइआरसीटीसी) को इसे रोकने की जिम्मेदारी सौंपी है।
इसके बाद आइआरसीटीसी ने ई-टिकट लेने वालों को आधार कार्ड से जोड़ने का निर्णय लिया है। टिकट लेने वालों को ऑनलाइन आधार कार्ड नंबर डालकर पहली बार पंजीयन करना पड़ेगा। पंजीयन होते ही आइआरसीटीसी उपभोक्ता का ऑनलाइन सत्यापन करेगा और इसके बाद उपभोक्ता को पासवर्ड देगा। पासवर्ड धारक उपभोक्ता ही अपने साथ परिवार के पांच सदस्यों का टिकट ले पाएगा।
इसके अलावा केंद्र सरकार की मानकीकरण परीक्षण एवं गुणवत्ता प्रमाणन (एसटीक्यूसी) को सिक्योरिटी ऑडिटिंग का काम सौंपा गया है। एसटीक्यूसी द्वारा फर्जी नाम, पहचान या फर्जी पासवर्ड पर सामान्य व तत्काल टिकट बनाने वालों को पकड़ने की योजना बनाई जाएगी।
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