अपने नए रंग व तेवर से अहमद पटेल ने कांग्रेसियों को चौंकाया
अहमद पटेल ने उर्दू के शेरो-शायरी का प्रयोग करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री देश को कांग्रेस मुक्त बनाना चाहते हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अमूमन पर्दे के पीछे से पार्टी की सियासी रणनीति की रूपरेखा को अंजाम देते रहे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल नोटबंदी पर हुए सम्मेलन के दौरान अचानक नए रंग और तेवर में सामने आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पहली बार मंच से खुले तौर पर निशाना साधते हुए कांग्रेस मुक्त भारत के उनके सपने पूरा नहीं होने देने की आवाज बुलंद कर पार्टीजनों की वाहवाही लूटी।
नोटबंदी पर कांग्रेस के सियासी अभियान की रूपरेखा तय करने वाली कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष के नाते अहमद पटेल ने सम्मेलन की शुरूआत में अगले चरण के कार्यक्रमों को रखने के दौरान अपना यह नया राजनीतिक अंदाज ए बयां दिखाया। अपनी मृदुभाषी छवि के अनुरुप उन्होंने विशुद्ध हिन्दी में हमला भी किया तो मर्यादित शब्दों के सहारे। इस दौरान उर्दू के शेरो-शायरी का प्रयोग करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री देश को कांग्रेस मुक्त बनाना चाहते हैं। मगर उनका अटूट विश्र्वास है कि एक नहीं हजार नरेंद्र मोदी भी आ जाएं तो भी कांग्रेस खत्म नहीं होगी क्योंकि कच्छ से कोहिमा तक और कन्याकुमारी से कश्मीर तक कांग्रेस हर जगह अपनी विचाराधारा की मजबूत धरातल पर खड़ी है।
अहमद पटेल ने पीएम पर चुटकी लेने के क्रम में कहा कि लोग अक्सर उनसे मोदी जी को करीब से जानने की बात कहते हैं तो मैं कहता हूं कि बिल्कुल और जिस तरह गुजरात को बर्बाद किया है अब देश को बर्बाद करना चाहते हैं। कांग्रेस के सियासी गलियारे की चर्चाओं में पीएम के खिलाफ अहमद पटेल के नहीं बोलने की अब तक चलती रही चर्चाओं से उलट रंग में उन्होंने मोदी को तानाशाह बताने से भी गुरेज नहीं किया। पटेल ने अपने इस नए सियासी तेवर के लिए पार्टीजनों के साथ राहुल गांधी की ताली भी बटोरी।
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