क्या ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टेस्ट टीम में सहवाग की होगी वापसी ?
भारतीय टीम श्रीलंका के साथ वनडे सीरीज खत्म होने के ठीक बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए रवाना हो जाएगी जहां उसे चार टेस्ट मैचों की
नई दिल्ली। भारतीय टीम श्रीलंका के साथ वनडे सीरीज खत्म होने के ठीक बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए रवाना हो जाएगी जहां उसे चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। ये दौरा काफी अहम रहने वाला है क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई टीम को उसकी धरती पर हराना धौनी सेना के लिए बेहद मुश्किल काम होगा। भारतीट टेस्ट टीम के ओपनर की बात करें तो ओपनर्स के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी साफ तौर पर दिखती है। टेस्ट टीम में ओपनर के तौर पर फिलहाल शिखर धवन और मुरली विजय हैं। इंग्लैंड दौरे पर तो शिखर धवन बुरी तरह से फ्लॉप रहे थे। हालांकि मुरली विजय ने इंग्लैंड के खिलाफ कुछ अच्छी पारी खेली मगर वो शायद टीम के लिए नाकाफी रही और भारतीय टीम का इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में क्या हश्र हुआ सबको पता है। ऐसे में अब टीम में तीसरे ओपनर के तौर पर सबसे पहले नजर विरेन्द्र सहवाग पर जाती है। वैसे सहवाग पिछले डेढ़ साल से टीम इंडिया के बाहर हैं और उन्होंने वर्ष 2013 में हैदराबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था।
आखिर सहवाग को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में क्यों मौका मिले ?
सबसे पहले बात करते हैं सहवाग के अनुभव की जो टीम के बहुत काम आएगी। इंग्लैंड में भी एक अनुभवी ओपनर की कमी टीम को खली थी। सहवाग ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 23 टेस्ट मैच खेले हैं जिनमें उन्होंने 41.38 की औसत से 1821 रन बनाए हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने तीन सेंचुरी और दस हाफ सेंचुरी भी बनाई है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया की तेज पिच पर टीम इंडिया को एक ऐसा बल्लेबाज चाहिए जो तेज गेंदबाजों का सामना कर सके और सहवाग में ये खूबी मौजूद है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में उनका प्रदर्शन अच्छा रहा है।
सहवाग का मौजूदा फॉर्म
विरेन्द्र सहवाग के मौजूदा फॉर्म की बात करें तो उन्होंने आइपीएल और चैंपियंस लीग टी-20 में दिखा दिया कि उनका दमखम अभी खत्म नहीं हुआ है। इसके अलावा सहवाग के पास ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले दलीप ट्रॉफी में भी खुद को साबित करने का भरपूर मौका मिलेगा क्योंकि नार्थ जोन से उनका चयन किया गया है।
सहवाग को चुनौती
सहवाग को टेस्ट टीम में आने के लिए सबसे पहले तो दलीप ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन तो करना ही होगा साथ ही उन्हें ये भी कोशिश करनी होगी कि टीम के दूसरे ओपनर गौतम गंभीर से रन बनाने के मामले में वो आगे रहे। गंभीर से उन्हें कड़ी टक्कर मिल सकती है क्योंकि घरेलू मैचों में वो बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं साथ ही आक्रमकता के मामले में वो सहवाग से पीछे नहीं है।