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अमेरिका: कोमा में पत्नी, भारतीय शव को जलाया नहीं दफनाया जाएगा

न्‍यूयार्क में दुर्घटना केे शिकार, माता पिता समेत भारतीय को दफनाने का निर्णय लिया गया है क्‍योंकि इस मामले में सलाह देने के लिए परिवार की एकमात्र जीवित सदस्‍य अभी कोमा में है।

By Monika minalEdited By: Published: Mon, 18 Jul 2016 12:17 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jul 2016 01:48 PM (IST)
अमेरिका: कोमा में पत्नी, भारतीय शव को जलाया नहीं दफनाया जाएगा

नई दिल्ली। अमेरिका में दुर्घटना के दौरान माता-पिता समेत भारतीय मूल के नागरिक की मौत हो गयी और पत्नी के सिर में गंभीर चोट लगने से वह कोमा में है इसलिए तीनों के मृत शरीर को अभी दफनाने का निर्णय लिया गया है क्योंकि उनके अंतिम संस्कार के बारे में कोई निर्णय परिवार की एकमात्र जीवित सदस्य उनकी पत्नी अभी नहीं ले सकती है।

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विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रविवार को कहा कि न्यूयार्क में भारतीय दूतावास की जनरल रिवा गांगुली ने प्रस्ताव दिया कि चंदन गवई के शव को उनकी पत्नी मनीषा सुरवाडे के कोमा से बाहर आने तक दफना दिया जाए। 4 जुलाई को चंदन गवई की कार से पिकअप ट्रक की भीषण टक्कर हो गयी जिसमें परिवार समेत चंदन की मृत्यु हो गयी और पत्नी कोमा में चली गयी।

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4 जुलाई को आतिशबाजी देखकर अपने माता-पिता, अर्चना गवई (60) और कमलनयन गवई (74) के साथ लौट रहे 38 वर्षीय आइटी प्रोफेशनल चंदन गवई की कार एक पिकअप वैन से टकरा गयी। घटनास्थल पर ही ट्रक ड्राइवर की भी मौत हो गयी। न्यूयॉर्क स्थित सफ्फोल्क काउंटी में हुए दुर्घटना के तुरंत बाद दोनों ही गाड़ियों में आग लग गयी थी।

सुरवाडे (32) के सिर में गंभीर चोट आयी है और पूरी तरह जल गयी हैं साथ ही उनका 11 माह का बेटा भी घायल हो गया है। यह भारतीय परिवार महाराष्ट्र के कल्याण का मूल निवासी है।

अमेरिका में ही माता-पिता के शवों को दफनाने की बात कहते हुए सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया कि पत्नी मनीषा के कोमा में चले जाने के कारण चंदन को अभी दफनाया जा रहा है क्योंकि उनके अंतिम संस्कार के लिए विधियों को बताने के लिए कोई और नहीं है।

अमेरिका के कानून के अनुसार, विवाहित दंपत्ति में से किसी एक के अंतिम संस्कार के लिए दूसरे का मत लेना आवश्यक होता है।

उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में यह कहा कि दफनाने की यह प्रक्रिया तभी तक के लिए है जब तक उनकी पत्नी मनीषा कोमा में हैं, कोमा से बाहर आने के बाद जैसा वो कहेंगी वैसा ही होगा।

सुषमा स्वराज ने कहा कि तीनों मृतकों के लिए मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा और बीमा राशि उपलब्ध कराने में मदद की जाएगी।


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