जिसकी प्रतीक्षा थी वह हो गया : मोहन भागवत
जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम के सभागार में अभिनव समागम कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे भागवत ने कहा कि एकता का साक्षात्कार जरूरी है, लेकिन विविधता को नकारकर नहीं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। सर्जिकल ऑपरेशन का समर्थन करते हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघ चालक मोहन भागवत ने कहा कि जिसकी प्रतीक्षा थी वह काम आज हो गया। जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम के सभागार में अभिनव समागम कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे भागवत ने कहा कि एकता का साक्षात्कार जरूरी है, लेकिन विविधता को नकारकर नहीं। भेदभाव को खत्म करने की जरूरत है। सबसे पहले हमें भारतवासी बनना होगा उसके बाद बाकी बातें। जाति व धर्म से ऊपर उठकर देश का हित साधना जरूरी है।
आर्ट ऑफ लिविंग के श्री श्री रविशंकर ने आचार्य अभिनव गुप्त के सहस्राब्दी समारोह में उन्हें नमन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीमा पार जाकर ऑपरेशन में जुटे योद्धा बधाई के पात्र हैं। उनका कहना था कि आज देश में होश और जोश दोनों दिख रहा है। भारत में हमेशा से यज्ञ की रक्षा करने का चलन रहा है। ऋषि वशिष्ठ ने भगवान राम का आश्रय लेकर अपने यज्ञ की रक्षा की थी। शस्त्र और शास्त्र से रक्षा करना देश की परिपाटी रही है। आज भी कुछ ऐसा ही हो रहा है।
जेएनयू के पूर्व प्रॉक्टर कपिल कपूर ने कहा कि देश के लोग आज भी हनुमान सिंड्रोम में जी रहे हैं। भारत के हर व्यक्ति में अदम्य साहस है, लेकिन उन्हें हनुमान जी की तरह अपनी शक्ति याद नहीं हैं। याद कराने पर ही जगते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि जिस तरह का कदम सीमा पार उठाया गया है वह अदम्य साहस का प्रतीक है। यह बेहद जरूरी था।
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