..जब पनिहारन बनी हेमा से बुजुर्ग ने कहा, 'लाली पानी पिलाय देओ'
खेतों में फसल काटने के बाद रुपहले पर्दे की ड्रीम गर्ल कल मथुरा में पनिहारन बन गई। सियासत की जंग में जीत के हिट फॉर्मूले के लिए पटकथा की यह दूसरी किस्त थी। बिना रीटेक के चले सीन में ड्रीम गर्ल हेमामालिनी ने कुएं से पानी भरा। हेमा को पानी भरता देख बुजुर्ग की प्यास जगी। बोले लाली पानी पिलाय देओ। दो बार में कुएं से पानी नि
लखनऊ। खेतों में फसल काटने के बाद रुपहले पर्दे की ड्रीम गर्ल कल मथुरा में पनिहारन बन गई। सियासत की जंग में जीत के हिट फॉर्मूले के लिए पटकथा की यह दूसरी किस्त थी। बिना रीटेक के चले सीन में ड्रीम गर्ल हेमामालिनी ने कुएं से पानी भरा। हेमा को पानी भरता देख बुजुर्ग की प्यास जगी। बोले लाली पानी पिलाय देओ। दो बार में कुएं से पानी निकालने के बाद हेमा ने बुजुर्ग को पानी पिलाया और फिर अभिवादन कर वोट मांगे और आगे निकल पड़ीं।
मथुरा में वोटरों को रिझाने के लिए हेमामालिनी की सियासी अदाकारी ग्रामीणों के दिलों को छू रही है। कल फरह क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए निकलीं। तपती दोपहरी में बेरी गांव के बाहर कुएं पर कुछ महिलाओं को देख गाड़ी के ब्रेक लग गए। गुलाबी रंग की साड़ी का पल्लू लिए हेमा मेड़ पर होते हुए कुएं पर पहुंच गईं। हेमामालिनी को सामने देख वहां मौजूद महिलाओं में खुसुर-पुसुर शुरू हो गई। बात निकलती, तब तक हेमा ने कहा कि कुएं से पानी निकालूंगी।
सिनेमा के पर्दे पर दिखने वाली हेमा को सामने देख रही महिलाओं ने तुरंत उनके हाथ में रस्सी में बंधी बाल्टी थमा दी। हेमा ने भी झट से रस्सी में बंधी बाल्टी को कुएं में उतार दिया। बाल्टी खींची, तो सिर्फ लोटा भर पानी आया। हेमा को पानी खींचते देख कुएं पर बैठे बुजुर्ग की प्यास जग गई। तपाक से बोल पड़ा, लाली बहुत प्यास लगी है, पानी पिलाय देओ। हेमा ने पानी पिलाया, मगर बुजुर्ग बोला, प्यास नहीं बुझी।
हेमा ने दुबारा बाल्टी डाली और इस बार कुएं में बाल्टी डूब गई। रस्सी से खींची तो पानी से भरी बाल्टी ऊपर आते-आते अटक गई। हेमा के हाथ कांपने लगे थे, वहां मौजूद महिलाओं ने उनकी मदद की और बाल्टी खींची। हेमा ने फिर बुजुर्ग को पानी पिलाया। महिलाओं से कुछ देर बातें कर हेमा तो वहां से चली गयीं, मगर उनके चर्चे देर तक चलते रहे।
ईशा आईं, ग्लैमर पर चढ़ा शबाब
फरह की जनसभा जब शुरू होने ही वाली थी, तभी हेमा की बड़ी बेटी ईशा देओल पति भरत तख्तानी के साथ पहुंच गईं। युगल हाथ में कमल के का फूल लिए थे। ईशा के पहुंचते ही जनसभा में उत्साह बढ़ गया। जनसमूह से मांग उठने पर ईशा ने माइक थाम संबोधन भी किया। अपनी मां हेमा के लिए समर्थन मांगते हुए कहा कि हम लोग यहां पर आते रहेंगे। आपका भरपूर समर्थन चाहिए।