व्यापमं घोटाले में 42 नहीं 25 आरोपियों की मौत: भाजपा
व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले के आरोपियों की लगातार हो रही मौत के मुद्दे से राज्य का सियासी तापमान बढ़ गया है। मौत के आंकड़ों को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने सामने है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान एवं संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को
भोपाल, नई दुनिया ब्यूरो। व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले के आरोपियों की लगातार हो रही मौत के मुद्दे से राज्य का सियासी तापमान बढ़ गया है। मौत के आंकड़ों को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने सामने है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान एवं संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को एसआइटी प्रमुख जस्टिस चंद्रेश भूषण को ज्ञापन देकर व्यापमं घोटाले के आरोपियों की हुई मौत की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की।
ज्ञापन में कहा है कि व्यापमं मामले में मात्र 25 मौत हुई हैं। इसमें भी घोटाले की एफआइआर होने के बाद सिर्फ 14 मौत हुई हैं। इसमें छह दुर्घटना, छह बीमारी और दो ने आत्महत्या की है। जबकि 11 लोगों की मौत एफआइआर दर्ज होने से पूर्व हुई थी। लेकिन, किसी ने भी इन मौतों को लेकर आपराधिक षड्यंत्र की शिकायत नहीं की है। बावजूद इसके कुछ लोग जनता में इन मौतों को लेकर भ्रम फैला कर राजनीतिक स्वार्थ पूरा करने में लगे हैं। ऐसे में आरोपियों की मौत पर फैलाए जा रहे भ्रम को दूर करने के लिए मामले की विस्तृत जांच कराई जाए।
चौहान और डॉ.मिश्रा ने बाद में पत्रकारों से कहा कि जिनकी भी मृत्यु हुई है, दुखद है। आरोपियों की टेंशन और डिप्रेशन के चलते मृत्यु या आत्महत्या कर लेना भी स्वाभाविक है। उन्होंने विपक्ष द्वारा व्यापमं मामले में 43-44 आरोपियों की मौत के आंकड़े पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसका स्रोत क्या है?
संसद में उठाएंगे मामला: कांग्रेस
भोपाल, नई दुनिया ब्यूरो। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने मंगलवार को फिर दावा किया कि व्यापमं घोटाले के 42 आरोपियों की अब तक संदिग्धावस्था में मौत हो चुकी है। पार्टी जल्द ही इनके दस्तावेज जारी करेगी। आरोपियों की मौत पर सरकार की चुप्पी का मामला 21 जुलाई से शुरू हो रहे संसद सत्र में उठाया जाएगा। इसके लिए तथ्यात्मक तैयारियां की जा रही हैं।