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सरकारी सख्ती से वीके सिंह के सुर बदले,मीडिया पर दोष मढ़ा

विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने एक दिन पहले सार्वजनिक तौर पर जताए अपने असंतोष से पैदा हुए विवाद का ठीकरा पूरी तरह मीडिया पर फोड़ दिया है।

By Sachin BajpaiEdited By: Published: Wed, 25 Mar 2015 12:54 AM (IST)Updated: Wed, 25 Mar 2015 01:07 AM (IST)
सरकारी सख्ती से वीके सिंह के सुर बदले,मीडिया पर दोष मढ़ा

नई दिल्ली । विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने एक दिन पहले सार्वजनिक तौर पर जताए अपने असंतोष से पैदा हुए विवाद का ठीकरा पूरी तरह मीडिया पर फोड़ दिया है। इस पूरे मामले में सरकार की किरकिरी होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से सख्त संकेत मिलने पर उन्होंने इस मामले में सफाई दी। इसमें उन्होंने खुद को भाजपा का एक अनुशासित सिपाही भी बताया है।

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जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह की नाराजगी को लेकर खड़े हुए विवाद पर मंगलवार की शाम उन्हें सरकार के मुखिया से बहुत सख्त संकेत दिए गए। सरकार के वरिष्ठ सूत्रों के मुताबिक, उन्हें साफ तौर पर कहा गया कि इस पूरे मामले पर जो भ्रम फैला है उसे दूर कीजिए। देर शाम प्रधानमंत्री आवास पर सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ हुई बैठक में भी इस पर चर्चा हुई। इसके बाद सिंह ने लिखित बयान पढ़ कर पूरे मामले में सफाई दी।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दिवस के पर इसके उच्चायोग में आयोजित कार्यक्रम में जाने पर उन्होंने कोई असंतोष जाहिर नहीं किया था। उन्होंने इस संबंध में किए गए ट्वीट के बारे में सफाई देते हुए कहा कि उनके ट्वीट में कहीं भी खुद को दी गई जिम्मेदारी से असंतोष नहीं था, बल्कि मीडिया जिस तरह इसे पेश कर रही थी, उसी पर उन्होंने टिप्पणी की थी। मगर इसे मीडिया ने एक बार फिर गलत तरीके से पेश किया।

सिंह ने कहा, मैं पार्टी का अनुशासित सदस्य हूं। पार्टी के सिद्धांतों में विश्वास नहीं होता तो मैं सरकार में शामिल नहीं होता। पाकिस्तान दिवस पर मेरी मौजूदगी एक ऐसी सरकारी परंपरा का हिस्सा है जो हर विदेश राज्य मंत्री पहले भी करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। इस समारोह के दौरान कुछ नया नहीं था। राज्य मंत्री हमेशा जाते रहे हैं और अलगाववादी भी सालों से इसमें आते रहे हैं। इस बार सिर्फ दृश्य का फर्क था। एक पूर्व सेना प्रमुख वहां मौजूद था। मगर लोग यह भूल गए कि वह मौजूदा सरकार में मंत्री भी हैं।

एक दिन पहले ड्यूटी और निराशा हैशटैग के साथ अंग्रेजी में किए गए अपने ट्वीट के बारे में उन्होंने कहा कि ड्यूटी की परिभाषा उन्होंने शब्दकोश से देख कर इसलिए डाली ताकि लोगों को विभिन्न ओहदों की जिम्मेदारी समझ आए। उन्होंने कहा, 'मैं हताश हूं कि मीडिया ने प्रधानमंत्री, सरकार और मेरी राष्ट्रवादिता पर शक किया।'

पढ़ें : पाक समारोह में जाने पर बढ़ा विवाद, वीके सिंह का इस्तीफा से इन्कार


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