नेपाल में हिंसा, गम में डूबी सरहद
नेपाल में जारी हिंसक आंदोलन से भारत का सरहदी क्षेत्र भी गम में डूबा है। दोनों देशों के बीच सदियों से चले आ रहे रिश्ते के चलते बहू, बेटी व रिश्तेदारों की चिंता लोगों को सता रही है।
महराजगंज, जागरण संवाददाता। नेपाल में जारी हिंसक आंदोलन से भारत का सरहदी क्षेत्र भी गम में डूबा है। दोनों देशों के बीच सदियों से चले आ रहे रिश्ते के चलते बहू, बेटी व रिश्तेदारों की चिंता लोगों को सता रही है।
सीमा के करीब बसे नवलपरासी, रूपनदेही, कपिलवस्तु, चितवन, दांग मोरंग सहित मधेश के 22 जिलों से आरंभ हुआ आंदोलन पूरे नेपाल में फैलने से फिलहाल शांति के आसार कम हैं। इस कारण भारतीय क्षेत्र के सोनौली, भगवानपुर, मर्यादपुर, खैरहवा दुबे, झिगुटी, सेवतरी, बरगदवा, अशोगवां, राजाबारी, ठूठीबारी, झुलनीपुर, निचलौल में नेपाली मूल के लोगों की आवाजाही बढ़ गई है।
एसएसबी के कमांडेंट केएस बनकोटी ने कहा कि नेपाल में तनाव को देखते हुए सीमा पर पैनी नजर है। आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है। जिन लोगों की रिश्तेदारियां नेपाल में हैं, उनकी यथासंभव मदद की जा रही है। जब तक नेपाल में शांति की बहाली नहीं हो जाती हम पूरी तरह से सचेत हैं।