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ओम के उच्चारण पर भी यहां हो सकता है विवाद: मोदी

सरकारी स्तर पर योग दिवस का आयोजन करने को लेकर मचे बवाल के कई महीने बाद सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में 'ओम' का उच्चारण भी विवाद की वजह बन सकता है। यहां वैचारिक धरातल पर कई उतार-चढ़ाव हैं। तुलसीदास रचित रामचरितमानस के डिजिटल संस्करण की शुरुआत

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Tue, 01 Sep 2015 04:51 AM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2015 06:50 AM (IST)
ओम के उच्चारण पर भी यहां हो सकता है विवाद: मोदी

नई दिल्ली। सरकारी स्तर पर योग दिवस का आयोजन करने को लेकर मचे बवाल के कई महीने बाद सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में 'ओम' का उच्चारण भी विवाद की वजह बन सकता है। यहां वैचारिक धरातल पर कई उतार-चढ़ाव हैं।

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तुलसीदास रचित रामचरितमानस के डिजिटल संस्करण की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'हमारे देश में कई उतार-चढ़ाव हैं। वैचारिक धरातल पर भी उतार-चढ़ाव आए हैं। आज अगर कोई ओम बोल दे तो हफ्ते भर विवाद चलता है कि ओम कैसे बोला जा सकता है।'

उनकी यह टिप्पणी योग दिवस समारोह के कई महीनों बाद आई है। गत 21 जून को हुए योग दिवस समारोह का विरोध करते हुए कई मुस्लिम समूहों ने कहा था कि वे इसमें भागीदारी नहीं कर सकते, क्योंकि उन्हें ओम का उच्चारण करना पड़ेगा, जो हिंदुत्व से जुड़ा है।

मोदी ने कहा, 'ऐसे देश में रामचरितमानस पर किसी ने सवाल नहीं किया। वह आज भी चल रहा है, हो सकता है कि आज के बाद किसी का ध्यान जाए और तूफान खड़ा कर दे। मैं नहीं जानता।' उन्होंने 22 साल से अधिक समय तक इस महाकाव्य की लगातार रिकार्डिंग करने के लिए आकाशवाणी की सराहना की।

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