अरविंद सुब्रमण्यन होंगे सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार!
अमेरिका के पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स में सीनियर फेलो अरविंद सुब्रमण्यन मोदी सरकार में मुख्य आर्थिक सलाहकार हो सकते हैं। शुक्रवार को वित्त मंत्रालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उनके नाम पर मुहर लगाए जाने की प्रबल संभावनाएं हैं। यदि ऐसा होता है, तो अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइए
नई दिल्ली। अमेरिका के पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स में सीनियर फेलो अरविंद सुब्रमण्यन मोदी सरकार में मुख्य आर्थिक सलाहकार हो सकते हैं। शुक्रवार को वित्त मंत्रालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उनके नाम पर मुहर लगाए जाने की प्रबल संभावनाएं हैं।
यदि ऐसा होता है, तो अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) में प्रमुख अर्थशास्त्री रहे रघुराम राजन के बाद सुब्रमण्यन दूसरे अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अर्थशास्त्री होंगे जिन्हें नीतिगत मामलों से जुड़ा अहम पद दिया जाएगा। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पद के लिए उनके नाम की पेशकश की है। इस पर जल्द ही कैबिनेट स्तरीय मंजूरी मिलने की संभावना है। सुब्रमण्यन की नियुक्ति तीन साल के लिए होगी। वह वित्त मंत्री जेटली के शीर्ष सलाहकार होंगे। राजन के भारतीय रिजर्व बैंक में जाने के बाद से यह स्थान रिक्त पड़ा है। दिल्ली के थिंक टैंक नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस एंड पॉलिसी में अर्थशास्त्री एनआर भानुमूर्ति ने कहा, 'उनकी पृष्ठभूमि और आइएमएफ तथा अन्य जगहों पर उनके कार्य अनुभव को देखते हुए, मुझे यकीन है कि यह सही चयन साबित होगा।'
कौन हैं सुब्रमण्यन अरविंद सुब्रमण्यन भारत और ब्रिटेन में पढ़े हैं। दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से स्नातक करने के बाद उन्होंने आइआइएम, अहमदाबाद से एमबीए किया। इसके बाद ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से उन्होंने एम.फिल और डी.फिल की डिग्रियां हासिल कीं। सुब्रमण्यन आइएमएफ के रिसर्च डिपार्टमेंट में असिस्टेंट डायरेक्टर के पद पर रह चुके हैं। उन्हें भारत व चीन की अर्थव्यवस्था का विशेषज्ञ माना जाता है। 2011 में फॉरेन पॉलिसी मैगजीन ने सुब्रमण्यन को दुनिया के शीर्ष 100 ग्लोबल थिंकर्स में शुमार किया था। वह हावर्ड यूनिवर्सिटी के केनेडी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट और जॉन्स हॉपकिंस के स्कूल फॉर एडवांस्ड इंटरनेशनल स्टडीज में पढ़ा भी चुके हैं।