अफगानिस्तान में सैनिकों की संख्या बढ़ाएगा अमेरिका
डोनाल्ड ट्रंप ने रक्षा मंत्रालय को दिया सैनिकों की संख्या तय करने का अधिकार..
वाशिंगटन, प्रेट्र। अफगानिस्तान में अमेरिका की प्रतिष्ठा दांव पर है। इसलिए अमेरिका अफगानिस्तान संबंधी अपनी नीति पर लगातार विचार कर रहा है। अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान में सैनिकों की संख्या तय करने का अधिकार रक्षा मंत्रालय को दे दिया है। इससे युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान में और अमेरिकी बलों की तैनाती का रास्ता साफ हो गया है।
न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस को अफगानिस्तान में और सैनिक भेजे जाने का पक्षधर माना जाता है। हालांकि इसकी पुष्टि न तो व्हाइट हाउस और न ही पेंटागन ने की है। व्हाइट हाउस की उप प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने पत्रकारों से कहा, 'मैं फिलहाल इस पर टिप्पणी नहीं कर सकती हूं। इस बारे में आप रक्षा मंत्री से संपर्क कर सकते हैं।' इस समय अफगानिस्तान में 8,400 अमेरिकी सैनिक हैं। इस साल के शुरू में पेंटागन ने कहा था कि वह अफगानिस्तान में और तीन हजार सैनिकों की तैनाती पर विचार कर रहा है। हालांकि इस फैसले को अफगान नीति की समीक्षा के चलते ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था।
अफगान नीति की देरी पर नाराजगी
रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने कहा कि अमेरिका इस समय अफगानिस्तान में आतंक के खिलाफ लड़ाई नहीं जीत रहा है। उन्होंने यह भी माना कि अफगानिस्तान में तालिबान का उभार हो रहा है। ये बातें उन्होंने मंगलवार को सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के समक्ष कहीं। समिति के सदस्यों ने अफगान नीति में हो रही देरी को लेकर ट्रंप प्रशासन के प्रति नाराजगी जाहिर की।
विश्व बैंक ने दिया अनुदान
विश्व बैंक ने अफगानी अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए 52 करोड़ डॉलर (करीब 3342 करोड़ रुपये) की अनुदान राशि दी है। इसकी मदद से अफगानिस्तान के पांच शहरों की सेवाओं में सुधार किया जाएगा।