सीएनटी-एसपीटी बिल पर झारखंड विस में मारपीट, स्पीकर पर फेंकी गई कुर्सी
झारखंड विधानसभा में सीएनटी -एसपीटी विधेयक पर चर्चा होनी थी। लेकिन विधायक एक दूसरे से उलझ गए और जमकर मारपीट की।
रांची (राज्य ब्यूरो)। सीएनटी-एसपीटी संशोधन विधेयक को लेकर सदन की शुरुआत हंगामें से हुई। हंगामा बढ़ता देख स्पीकर दिनेश उरांव ने सदन की कार्यवाही 12.45 तक स्थगित कर दी। इसके बाद स्पीकर ने विधानसभा में गतिरोध को खत्म करने के लिए बैठक बुलाई लेकिन इसका कोई परिणाम नहीं निकला।
इसके बाद विधानसभा में मारपीट की घटना हो गई। स्पीकर पर विपक्षी दलों के विधायक ने कुर्सी फेंक दी। झामुमो विधायक शशिभूषण, अमित महतो, अनिल मुर्मू और कांग्रेस विधायक ने जमकर हंगामा किया। झामुमो विधायक पौलूस सुरीन ने मार्शल के साथ हाथापाई की। अभी हंगामा जारी है।
आज पहली पाली में विधानसभा में सीएनटी-एसपीटी संशोधन विधेयक पेश होना है। इसी को लेकर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया। मारपीट-हंगामे के बाद विधानसभा की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। विपक्षी दलों के विधायकों ने बिल के विरोध में विधानसभा के बाहर भी प्रदर्शन किया।
MP विस परिसर में भिड़े कांग्रेस-बीजेपी विधायक
क्या है सीएनटी-एसपीटी ?
सीएनटी-एसपीटी में आदिवासियों- झारखंड के मूलवासियों के संरक्षण का अधिकार हासिल है। विपक्ष का आरोप है कि इस बिल में संशोधन के जरिए आदिवासियों और मूलवासियों के जमीन को लूटने का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है।
किसने क्या कहा ?
झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पूरा विपक्ष इस विधेयक का विरोध कर रहा है। इसके अलावा सत्ता में बैठे लोग भी विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लगता है कि राज्य सरकार ने किसी से डील कर लिया है।
कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय ने कहा कि हमने शुरुआत से ही इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस ने अकेले इसका विरोध किया. उन्होंने कहा कि आज पूरा विपक्ष विरोध में साथ है।
सेटेलाइट चौक पर पर धरना पर जेवीएम अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय, राजद नेता गौतम सागर राणा सहित कई लोग धरना पर बैठे।
विधानसभा में हंगामा होने की खबर आने के बाद झामुमो के समर्थक लोग मोरहाबादी से बाइक रैली की शक्ल में निकले।
डीपीएस गेट को सुरक्षा के मद्देनजर व प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बंद कर दिया गया।
जेवीएम, कांग्रेस, राजद व जदयू के लोग धरना पर बैठ गये. इनके साथ माले के लोग भी हैं।
विपक्ष की मांग
आजसू विधायक विकास मुंडा ने सीएम को पत्र लिखकर सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन प्रस्ताव का विरोध किया है। मुंडा ने एसआईटी के प्रतिवेदन पर कार्रवाई की मांग की। सीएनटी एसपीटी संशोधन बिल के विरोध में झामुमो ने मंगलवार की शाम जयपाल सिंह स्टेडियम से अलबर्ट एक्का चौक तक मशाल जुलूस निकाला। जिसमें कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी के सभी विधायक और वरिष्ठ नेता शामिल हुए। अलबर्ट एक्का चौक पर प्रदर्शन को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के आदिवासियों-मूलवासियों के लिए परीक्षा की घड़ी है। जिन लोगों ने राज्य के लिए आंदोलन भी नहीं किए, वे यहां के लोगों को उनकी ही जमीन से बेदखल करने जा रहे हैं। उन्हें जल, जंगल और जमीन लूटने और झारखंड की भावना और आत्मा से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। बुधवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास को सदन के अंदर और बाहर मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।