दोबारा बारिश से सडऩे लगीं फसलें, 12 और किसानों ने तोड़ा दम
माह की शुरुआत में हुई भारी बारिश व ओलावृष्टि से आहत किसानों की कमर अभी सीधी भी नहीं हुई कि रविवार देर रात से सोमवार के बीच फिर हुई बारिश ने उन्हें पूरी तरह तोड़ दिया। पहले आई बारिश व तेज हवाओं से खेतों में बिछी फसलें अब सडऩे लगी
नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। माह की शुरुआत में हुई भारी बारिश व ओलावृष्टि से आहत किसानों की कमर अभी सीधी भी नहीं हुई कि रविवार देर रात से सोमवार के बीच फिर हुई बारिश ने उन्हें पूरी तरह तोड़ दिया। पहले आई बारिश व तेज हवाओं से खेतों में बिछी फसलें अब सडऩे लगी हैं। इसका सबसे ज्यादा असर गेहूं, सरसों, आलू, आम और दलहनी फसलों पर पड़ा है। नुकसान के सदमे से उत्तर प्रदेश में 12 और किसानों की मौत हो गई। इस दौरान बिहार में भी आंधी-पानी ने जनजीवन प्रभावित किया और वज्रपात से प्रदेश में 15 लोगों की मौत हो गई। राजधानी दिल्ली में बारिश व उत्तराखंड में बारिश-बर्फबारी से से कई रास्ते बंद हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश के कन्नौज में सोमवार तड़के जोरदार बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। हवा के साथ बारिश से खेतों में खड़ी फसल बिछ गई। महोबा, बांदा, हमीरपुर व चित्रकूट में बूंदाबांदी से किसान चिंतित हो उठे। महोबा में भी ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद हुईं। पनवाड़ी क्षेत्र में बिजली गिरने से पांच महिलाएं झुलस गईं। जालौन के भिटौरा में किसान लाखन और इटावा के ताखा क्षेत्र में नगला ढकाऊ निवासी पार्वती देवी की गेहूं की बर्बाद फसल देखकर सदमे से मौत हो गई। इटावा के ही नगला कुआं निवासी विक्रांत यादव का भी हार्टफेल हो गया। अमेठी व आसपास के इलाकों में भी फसलों को बहुत नुकसान हुआ है। आगरा के इरादतनगर के गढ़ी अहीर में आलू किसान राजेंद्र का दिल का दौरा पडऩे से मौत हो गई। मथुरा नौझील के गांव बाड़ौत निवासी किशन स्वरूप ने बर्बाद फसल देख फांसी लगा ली तो सुरीर क्षेत्र के भालई निवासी कालीचरन की दिल का दौरा पडऩे से खेत पर ही मौत हो गई। राया क्षेत्र में किसान नेकसे को बृहस्पतिवार को दिल का दौरा पड़ा था, उपचार के दौरान उसने अलीगढ़ में दम तोड़ दिया। फीरोजाबाद में नारखी के लखुरिया गांव निवासी भूपेंद्र सोमवार सुबह कोल्ड स्टोरेज में आलू जमा करने आए थे। जगह नहीं होने से उनका आलू नहीं रखा गया। वे आलू बेचने मंडी गए, जहां भाव सुनकर तनाव में आ गए और खुद को गोली मार ली। नारखी के ही गांव गढ़ी हंसराम में किसान गोपी की मौत हो गई, जबकि टूंडला के नगला ङ्क्षसघी क्षेत्र के बांस झरना निवासी किसान शिवशंकर की रविवार शाम दिल का दौरा पडऩे से मौत हो गई। एटा के सोरों में उढ़ैत निवासी राम सिंह और अलीगढ़ के हरदुआगंज क्षेत्र के गांव मोरथल में किसान निरंजन सिंह की भी सदमे से मौत हो गई।
वज्रपात ने मचाई तबाही
बिहार में सोमवार दोपहर पटना सहित कई जिलों में आंधी और बारिश ने तबाही मचाई। फसलों को नुकसान होने के साथ वज्रपात में 15 लोगों की जान चली गईं। इसमें सुपौल के दो, जमुई के एक, लखीसराय के दो, पूर्णिया के एक, नालंदा के एक, दरभंगा के एक, मुंगेर के पांच व बांका के दो लोग शामिल हैं। पूर्णिया में सहरसा निवासी युवक मोटरसाइकिल चला रहा था, तभी वज्रपात की चपेट में आ गया। कुछ जगहों पर बारिश व तेज हवाओं से कच्चे मकान को नुकसान होने की खबर है। नालंदा में च्च्ची दीवार गिरने से 22 वर्षीय मुंशी नॉलेज कुमार की मौत हो गई।
दिल्ली में टूटा पांच साल का रिकॉर्ड
राजधानी दिल्ली में रविवार रात से सोमवार सुबह 8.30 बजे तक 11.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। पिछले पांच वर्षों में मार्च में यह सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई। राजधानी में अब तक 97.2 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। मौसम विभाग का कहना है कि दो और तीन अप्रैल को भी हल्की बारिश हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ का असर बरकरार रहेगा, जिसके कारण पूरे सप्ताह आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैं। उत्तराखंड में चारधाम सहित ऊंची चोटियों पर भारी बर्फबारी हुई। इस दौरान बदरीनाथ सहित कई रास्ते बंद हो गए हैं। पंजाब में भी बेमौसम बारिश से कई जिलों में सैकड़ों एकड़ फसल तबाह हो गई है। गुरदासपुर, पठानकोट, नवांशहर, कपूरथला, रुपनगर जिले के नंगल व फरीदकोट में व्यापक नुकसान हुआ है।