स्वच्छता के लिए खा रहे कानूनी कसम
झारखंड में लोहरदगा जिले के ग्रामीण स्वछता के लिए कानूनी कसम खा रहे हैं। यह अनूठी पहल रामपुर पंचायत के ग्रामीणों ने कर दिखाई है। ग्रामीणों ने खुले में शौच से मुक्ति के लिए बाकायदा रेवेन्यू स्टांप पर शौचालय का उपयोग करने का शपथ पत्र दायर किया है।
विक्रम चौहान, लोहरदगा। झारखंड में लोहरदगा जिले के ग्रामीण स्वछता के लिए कानूनी कसम खा रहे हैं। यह अनूठी पहल रामपुर पंचायत के ग्रामीणों ने कर दिखाई है। ग्रामीणों ने खुले में शौच से मुक्ति के लिए बाकायदा रेवेन्यू स्टांप पर शौचालय का उपयोग करने का शपथ पत्र दायर किया है।
जिले में खुले में शौच से होने वाली बीमारियों व परेशानियों को देखते हुए ग्रामीणों ने अपने व्यवहार में परिवर्तन लाने का प्रण लिया। एक माह पहले रामपुर गांव में ग्राम जल एवं स्वछता समिति के बैनर तले पूर्व पंचायत समिति सदस्य व भाजपा के प्रखंड अध्यक्ष शंभू सिंह की अगुवाई में ग्रामीणों की औपचारिक बैठक हुई थी। इसमें ग्रामीणों ने स्वछता के लिए आपस में सहमति बनाई।
ग्रामीणों ने बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया की यदि सरकार की पहल से रामपुर पंचायत क्षेत्र में शौचालय का निर्माण होता है तो वे बाहर शौच नहीं करेंगे। गांव-घर के एक भी परिवार का कोई भी सदस्य बाहर शौच के लिए नहीं जाएगा। साथ ही गांव की स्वछता के लिए ग्रामीण सामूहिक पहल करेंगे।
रामपुर पंचायत के 1034 परिवारों में से प्रारंभिक चरण में 55 ग्रामीणों ने स्वछता कायम रखने के लिए रेवेन्यू स्टांप पर हस्ताक्षर के माध्यम से शपथ पत्र दिया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि वे शौचालय निर्माण होने की स्थिति में बाहर शौच के लिए नहीं जाएंगे। यदि शौच के लिए बाहर जाते पकड़े गए तो 1000 रुपया जुर्माना देंगे। जुर्माने की राशि गांव में ही स्वछता की दिशा में खर्च की जाएगी।
कनीय अभियंता और शौचालय निर्माण योजना के नोडल पदाधिकारी सचिंद्र मोहन झा का कहना है कि ग्रामीणों का प्रयास सराहनीय है। शीघ्र ही रामपुर पंचायत में शौचालय निर्माण योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा।
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