सत्ता की बेदखली पर फारुख अब्दुल्ला का बदला स्वर और सुर: वैंकेया नायडू
केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने नेशनल कांफ्रेस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला के बारे में कहा कि सत्ता जाने के बाद फारुख अब्दुल्ला बदल गए हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने शनिवार को नेशनल कांफ्रेस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला के कल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि दरअसल सत्ता जाने के बाद फारुख अब्दुल्ला ने अपने स्वर और सुर बदल लिया है, जो कि उनकी अवसरवादिता है।
हालांकि नेशनल कांफ्रेंस के मुस्तफा कमाल ने फारुख अब्दुल्ला के बयान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि फारुख अब्दुल्ला ने कुछ भी गलत नहीं कहा है। उनके मुताबिक फारुख अब्दुल्ला ने कश्मीर की स्थिति का हाल-ए-बयान जाहिर किया है। उन्होंने कश्मीर की अशांति और पत्थरबाजी के लिए केंद्र को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कश्मीर की अशांति और पत्थरबाजी के कारणों का पता लगाकर उसे दूर किया जाना चाहिए था। लेकिन केंद्र सरकार इसके लिए तैयार नहीं है।
बता दें कि फारुख अब्दुल्ला ने कल कहा था कि कश्मीर में नई पीढ़ी के लड़ाके 'आजादी' के लिए लड़ रहे हैं। कश्मीर की नई पीढ़ी निडर है और वह बंदूकों से नहीं डरती। उन्होंने कहा कि ये लड़के देश के लिए आजादी पाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि लड़कों ने एमएलए, एमपी और मंत्री बनने के लिए कुर्बानी नहीं दी। वे अपने हक के लिए कुर्बानी दे रहे हैं। हम इसके सही मालिक हैं। लेकिन भारत और पाकिस्तान की सरकारें यह बात नहीं समझती हैं।