भारत-जापान रक्षा व परमाणु करार के लिए प्रतिबद्ध
जापान और भारत ने सोमवार को रक्षा संबंध मजबूत करने और परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के लिए सहयोग की प्रतिबद्धता जताई। दोनों देश चीन को बहुत सतर्क नजरों से देख रहे हैं। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी व उनके भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के बीच असैनिक परमाणु ऊर्जा सहयोग के मुद्दे पर बातचीत हुई। इसके
टोक्यो। जापान और भारत ने सोमवार को रक्षा संबंध मजबूत करने और परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के लिए सहयोग की प्रतिबद्धता जताई। दोनों देश चीन को बहुत सतर्क नजरों से देख रहे हैं।
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी व उनके भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के बीच असैनिक परमाणु ऊर्जा सहयोग के मुद्दे पर बातचीत हुई। इसके बाद दोनों नेताओं ने अपने अधिकारियों को बातचीत पूरी करने का निर्देश दिया ताकि जल्द से जल्द रणनीतिक सहयोग को मजबूत करने के करार पर हस्ताक्षर हो सके। दोनों ने परमाणु ऊर्जा के बारे में बातचीत में तेजी लाने पर सहमति जताई और इस बारे में हो रही बातचीत में उल्लेखनीय प्रगति का स्वागत किया। भारतीय नौसेना को पानी और जमीन दोनों से उड़ान भरने और उतरने में सक्षम विमान बेचने के संभावना के लिए बातचीत में तेजी लाने पर भी सहमति जताई गई। पिछले 50 साल में जापान की यह पहली विदेशी सैन्य आपूर्ति होने की संभावना है। मोदी ने यहां कहा कि हमारा इरादा रक्षा तकनीक और उपकरणों सहित शांति, स्थिरता और समुद्री सुरक्षा के हमारे साझा हितों व रक्षा सहयोग को नई दिशा और बल देना है।
एबी और मोदी दोनों सुरक्षा मुद्दे पर बातचीत के लिए अपने रक्षा और विदेश मंत्रियों कीे टू प्लस टू प्रारूप में बातचीत को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई और अधिकारियों को रक्षा उपकरण और तकनीकी सहयोग के स्तर पर बातचीत शुरू करने का निर्देश दिया। साथ ही दोनों देश नियमित रूप से नौसैनिक अभ्यास का आयोजन करने पर भी सहमत हुए। जापान भारत और अमेरिका के बीच इस तरह के अभ्यासों में भाग लेना जारी रखेगा।