अपने ऊपर हमले के बाद जेटली चाहते हैं पार्टी सुब्रमण्यम स्वामी पर करे कार्रवाई
अपने ऊपर हमले के बाद अब वित्तमंत्री अरूण जेटली की पूरी कोशिश होगी की पार्टी सुब्रह्मण्यम स्वामी पर कार्रवाई करे।
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी का बेबाकी भरा बयान और अपने पार्टी नेताओं पर टिप्पणी उनके लिए अब बड़ी मुसीबत बन सकता है। खासकर, मुख्य आर्थिक सलाहकर अरविंद सुब्रह्मण्यम और आर्थिक मामलों के सचिव शशिकांत दास के बाद जिस तरह उन्होंने वित्तमंत्री अरूण जेटली को निशाना बनाया है उसके चलते पार्टी के एक धड़ा चाहता है कि सुब्रमण्यम स्वामी पर कार्रवाई होनी चाहिए।
ये भी पढ़ें- ट्वीट कर बोले स्वामी- 'यदि मैंने अनुशासन तोड़ दिया तो होगा खूनखराबा'
चीन से वापस लौटे अरूण जेटली की सबसे पहली कोशिश ये जताने की होगी कि सुब्रमण्यम स्वामी के हमले का ना ही उनसे और ना ही उनके मंत्रालय से कोई लेना-देना है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, सुब्रमण्यम स्वामी का ट्विटर के जरिए लगातार धमकी के चलते पार्टी का सदस्य होने की वजह से उनके खिलाफ आवाज उठ सकती है।
पिछले गुरूवार को जब स्वामी ने दास का नाम अपने ट्वीट में लिया उसके बाद जेटली ने भी उसकी प्रतिक्रिया में ट्विटर पर जवाबे देते हुए कहा, "वित्त मंत्रालय के एक अनुशासित नौकरशाह पर ये झूठे और गलत हमले हैं।"
ये भी पढ़ें- स्वामी के तेवर कायम, आर्थिक मामलों के सचिव पर साधा निशाना
जिस वक्त अरूण जेटली ने अरविंद सुब्रमण्यम का पक्ष लेते हुए उनका बचाव किया था उसके बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने सीधा हमला बोलते हुए कहा- “जेटली जी क्या बोले, क्या नहीं बोले इससे मुझे क्या लेना देना। मैं जब भी आवश्यकता होगी सीधे प्रधानमंत्री और पार्टी के अध्यक्ष से बात करूंगा।”
सुब्रमण्यम स्वामी के दिए विवादास्पद बयान से पार्टी के किनारा करने के बाद स्वामी ने चीन गए अरूण जेटली पर बड़ी अजीब टिप्पण की। उन्होंने कहा, “भाजपा को अपने मंत्रियों को यह निर्देश देना चाहिए कि जब भी वह बाहर जाएं केवल पारंपरिक और आधुनिक भारतीय कपड़े ही पहने क्योंकि कोट और टाय पहनकर वे बिल्कुल वेटर की तरह दिखते हैं।” हालांकि, बाद में स्वामी ने अपनी बातों पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया बल्कि मीडिया ने जेटली का नाम लिया है।