घाटी में हालात बेकाबू, हिंसा में अब तक 200 से अधिक जख्मी
घायलों में 15 सुरक्षाकर्मियों के अलावा अप्रैल में मारे गए हिज्ब आतंकी नसीर अहमद पंडित के पिता भी शामिल हैं। सुरक्षाबलों ने 15 लोगों को हिरासत में लिया है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। कश्मीर में हिंसा का तांडव थम नहीं रहा है। रविवार को दिनभर हुई हिंसक झड़पों में 200 से अधिक लोग घायल हो गए। सबसे प्रभावित क्षेत्र पुलवामा रहा। करीमाबाद में 130 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। घायलों में 15 सुरक्षाकर्मियों के अलावा अप्रैल में मारे गए हिज्ब आतंकी नसीर अहमद पंडित के पिता भी शामिल हैं। सुरक्षाबलों ने 15 लोगों को हिरासत में लिया है।
वहीं पुलवामा में स्थिति को काबू करने के लिए सेना को फ्लैग मार्च भी करना पड़ा। वहीं एक माह से अस्पताल में भर्ती बडगाम के एक युवक ने दम तोड़ दिया। इसके साथ ही हिंसा में मारने वालों की संख्या 83 हो गई है। हिज्ब आतंकी बुरहान की आठ जुलाई को हुई मौत के बाद कश्मीर में शुरू हुआ बंद, हिंसक प्रदर्शनों का सिलसिला 65वें दिन भी जारी रहा। पूरी वादी में सामान्य जनजीवन ठप रहा।
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जबकि दो दिन बाद ईद है। मंडलायुक्त कश्मीर बसीर अहमद खान ने दावा किया कि रविवार को कहीं भी कर्फ्यू नहीं था। श्रीनगर शहर के तीन थाना क्षेत्रों में कफ्र्यू जैसी प्रशासनिक पाबंदियां थी। अनंतनाग को भी सील किया गया था। अन्य इलाकों में निषेधाज्ञा सख्ती से लागू करते हुए आने जाने के रास्तों को बंद किया था।
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