उफा से बने माहौल में जहर घुला
कुछ ही हफ्ते पहले रूस के शहर उफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ से मिल कर बातचीत के सिलसिले को आगे बढ़ाने की जो तैयारी की थी, उस पर गुरदासपुर हमले ने पूरी तरहसे पानी फेर दिया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कुछ ही हफ्ते पहले रूस के शहर उफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ से मिल कर बातचीत के सिलसिले को आगे बढ़ाने की जो तैयारी की थी, उस पर गुरदासपुर हमले ने पूरी तरहसे पानी फेर दिया है। उफा बैठक के बाद के पाक की तरफ से आ रहे लगातार नकारात्मक बयानों को दरकिनार कर भारतीय विदेश मंत्रालय अभी तक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) और महानिदेशक सैन्य अभियान (डीजीएमओ) के बीच बातचीत की जमीन तैयार करने में जुटा था। सोमवार सुबह गुरदासपुर में आतंकी हमले के बाद इसे ठंडे बस्ते में डाले जाने के आसार हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारी भी सोमवार को दिनभर गुरदासपुर हमले पर नजर जमाये रहे। सूत्रों का कहना है कि भारत ने पहले ही यह साफ कर दिया है कि द्विपक्षीय बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए सौहार्दपूर्ण माहौल बहुत जरूरी है। यही वजह है कि भारत ने पहल कर उफा में बातचीत की शुरुआत की। पीएम स्तर की बातचीत के दो दिन बाद ही वहां के एनएसए का उल्टा बयान आया फिर भी भारत ने अपनी तरफ से सैन्य बलों के बीच महानिदेशक स्तर पर बातचीत की तिथि सितंबर, 2015 में तय कर दी। इसके पहले एनएसए स्तर की बातचीत का रास्ता भी निकालने की कोशिश हो रही थी। गुरदासपुर हमले के बाद अब द्विपक्षीय बातचीत करना आसान नहीं होगा। गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी कुछ ऐसी ही सोच रखते हैं। उन्होंने कहा, 'भारत पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ दोस्ताना रिश्ते चाहता है लेकिन भारतीय हितों को ताक पर रख कर ऐसा नहीं किया जाएगा। अगर पाकिस्तान किसी तरह का हमला करता है तो उसका मुंहतोड़ जबाव दिया जाएगा। मुझे समझ में नहीं आता कि पाकिस्तान बार-बार इस तरह के हमले क्यों करवाता है?'
पाक से क्रिकेट सीरिज नहीं
पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट संबंधों की बहाली की उम्मीदों पर भी इस हमले ने पानी फेर दिया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा है कि भारतीयों की जान ज्यादा महत्वूपर्ण है। आतंकी घटना के साथ-साथ क्रिकेट श्रृंखला नहीं खेली जा सकती। ठाकुर के इस बयान के साथ ही इस वर्ष के अंत या अगले वर्ष की शुरुआत में दोनों देशों के बीच क्रिकेट मैचों की एक श्रृंखला आयोजित करने की चल रही कोशिशों पर भी विराम लग गया है। इन कोशिशों के तहत पिछले दिनों बारबडोस में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आइसीसी) की बैठक के दौरान भारत व पाक के क्रिकेट अधिकारियों की बैठक भी हुई थी। साथ ही पिछले दिनों पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के शहरयार खान भारत के दौरे पर आए थे। खान ने ठाकुर के अलावा वित्त मंत्री अरुण जेटली से भी मुलाकात की थी।
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