सांसद रविन्द्र गायकवाड़ को निलंबित करें या नहीं, असमंजस में उद्धव ठाकरे
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मुंबई महानगर पालिका चुनाव के दौरान शिवसेना के कड़े रुख से माहौल उसके पक्ष में था।
मुंबई, जेएनएन। नई दिल्ली में बुधवार को एयर इंडिया के कर्मचारी के साथ बुरा बर्ताव करनेवाले शिवसेना सांसद रविन्द्र गायकवाड़ पर किसी तरह की कार्रवाई करने को लेकर पार्टी सुप्रीमो उद्धव ठाकरे फिलहाल असमंजस की स्थिति में है।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, शुक्रवार को पार्टी के एक वरिष्ठ पार्टी नेता ने कहा कि जिस तरह की शिव सैनिकों की हंगामेदार छवि रही है ऐसे में अगर उद्धव जी गायकवाड़ को पार्टी से निलंबित करते हैं या फिर उन्हें लोकसभा सीट से इस्तीफा देने के लिए कहते हैं तो यह उन कार्यकर्ताओं के लिए निराशा वाला कदम होगा।
जबकि, दूसरी तरफ अगर गायकवाड़ पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं होती है तो पूरे देश में शिव सैनिकों की तरफ से गलत संदेश जाएगा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मुंबई महानगर पालिका चुनाव के दौरान शिवसेना के कड़े रुख से माहौल उसके पक्ष में था। लोगों में यह भावना विधानसभा के दौरान किसानों को ऋण माफी पर शिवसेना की सक्रिय भूमिका के चलते हुआ।
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लेकिन, उद्धव का यह रुख जिसमें उन्होंने पार्टी सांसद से पूरे मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है इससे यह साफ है कि मातोश्री अपने उन सैनिकों को यह साफ संदेश देना चाहता है कि जो बाहुबल से आगे की नहीं सोच पा रहे हैं वह अपने तरीके सुधारें।
शिव सेना सुप्रीमो ने पार्टी सचिव और राज्यसभा सांसद अनिल देसाई को निर्देश दिया है कि वह गायकवाड़ मामले का विस्तृत ब्यौरा दे। पार्टी के एक सीनियर नेता ने कहा कि देसाई की तरफ से उद्धव को घटना के बारे में पूरी जानकारी देने के बाद मातोश्री की तरफ से गायकवाड़ को जवाब तलब किया जाएगा। हालांकि, इस बात की संभावना कम है कि गायकवाड़ को पार्टी छोड़ने या फिर संसद सदस्यता छोड़ने के लिए कहा जा सकता है।
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