यूसी न्यूज आपको दे रहा पहचान और पैसा कमाने का प्लेटफॉर्म
यूसीवेब इंक का प्रोडक्ट यूसी न्यूज कंटेंट वितरक है, जो पढ़ने-लिखने के शौकीन लोगों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है।
हर कोई चाहता है कि उसे सभी चीजें एक ही जगह मिल जाएं, अलग-अलग दुकानों पर भटकना ना पड़े। लोगों की इसी चाहत को पूरा करने के लिए मॉल कल्चर की शुरुआत हुई, जहां एक ही बिल्डिंग में सभी चीजें मिल जाती हैं। मॉल से आगे अब ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स निकल गई हैं, जहां सूंई से लेकर कार तक सब मिल जाता है। पढ़ने-लिखने के शौकीन भी कुछ ऐसा ही प्लेटफॉर्म चाहते रहे होंगे, जहां उन्हें हर तरह की सामग्री पढ़ने के लिए मिल जाए, साथ ही वे अपने विचार भी वहां रख सकें। अलीबाबा मोबाइल बिजनेस ग्रुप की इंटरनेट ब्राउजर कंपनी यूसीवेब ने लोगों की ये इच्छा भी पूरी कर दी है।
दरअसल, यूसीवेब इंक का प्रोडक्ट यूसी न्यूज कंटेंट वितरक है, जो पढ़ने-लिखने के शौकीन लोगों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है। इसमें समाचार, क्रिकेट, प्रौद्योगिकी, मनोरंजन, फिल्में, लाइफस्टाइल, स्वास्थ्य, हास्य आदि विषय शामिल हैं। यूसी न्यूज हिंदी, इंडोनेशियाई और अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है। यूसीवेब के काम करने का तरीका बड़ा यूनीक है। यह सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही ऑनलाइन कंटेंट और पारंपरिक मीडिया भागीदारों की ऑनलाइन कंटेंट, स्वप्रकाशक और प्रमुख लोगों की राय को मिलाकर ग्राहकों के लिए प्रदर्शित करती है।
यूसी न्यूज ने हाल में ही अद्वितीय ऑनलाइन कंटेंट की पेशकश और ऑनलाइन कंटेंट वितरण प्लेटफार्म के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत के लिए विस्तृत मौद्रिक विस्तार योजनाओं की घोषणा की थी। यूसीवेब की योजना अगले दो साल के दौरान भारत और इंडोनेशिया में 200 करोड़ रुपए निवेश करने की है। इससे कंपनी अपने यूसी न्यूज प्लेटफॉर्म के जरिए ‘उपयोगकर्ताओं द्वारा सृजित’ के वितरण को बढ़ाएगी।
अलीबाबा मोबाइल बिजनेस समूह के विदेश व्यवसाय के महाप्रबंधक केन्नी ये ने बताया, ‘हम अगले दो साल के दौरान भारत और इंडोनेशिया में उपयोगकर्ताओं द्वारा सृजित या तैयार छोटे वीडियो, तथा लीक से हट कर दिखने वाली खबरों आदि से हटकर दिये जाने वाले समाचार के वितरण के लिये 200 करोड़ रुपए का निवेश करेंगे। इसमें करीब 60 प्रतिशत निवेश (120 करोड़ रुपए) भारत में निवेश किए जाएंगे।’
यूसी न्यूज के हाल में किये गये अध्ययन के मुताबिक, भारत में 37 करोड़ 10 लाख मोबाइल इंटरनेट उपयोक्ता है। इसमें स्वयं सामग्री सृजित करने वालों की संख्या बहुत कम है। दूसरी तरफ चीन में 60 करोड़ मोबाइल इंटरनेट उपयोग करने वाले हैं और दो करोड़ इसमें ऑनलाइन विषय सामग्री तैयार करने वाले भी हैं। यूसी वेब की योजना वर्ष 2017 में 30,000 नये स्व: प्रकाशकों, ब्लॉग लिखने वालों और अहम विचार व्यक्त करने वाले नेताओं को अपने वी-मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाने की योजना है।
अलीबाबा मोबाइल व्यापार समूह के महाप्रबंधक (ओवरसीज कारोबार) केनी यी का कहना है, ‘हमारा अनुमान है कि ज्यादा से ज्यादा उपभोक्ता न सिर्फ उपभोग करेंगे, बल्कि प्रोज्यूमर्स बनकर भारी मात्रा में ऑनलाइन कंटेंट का सृजन भी करेंगे। पिछले साल की चौथी तिमाही में यूसी न्यूज की पेज व्यूज में 290 फीसदी की बढोतरी देखी गई है, जिसमें सबसे ज्यादा बढोतरी हिन्दी भाषा में हुई है।‘
यूसीवेब इंक का प्रोडक्ट यूसी न्यूज कंटेंट वितरक है, जिसमें समाचार, क्रिकेट, प्रौद्योगिकी, मनोरंजन, फिल्में, लाइफस्टाइल, स्वास्थ्य, हास्य आदि विषय शामिल हैं। अलीबाबा मोबाइल बिजनेस ग्रुप के अध्यक्ष (विदेश कारोबार) जैक हुआंग ने निवेश की घोषणा करते हुए कहा कि भारत ने मोबाइल फोन के जरिए बढ़े हुए कंटेंट उपभोग के युग में दस्तक दे दी है। चीन में जैसा हुआ, उसी तरह भारत में तैयार कंटेंट की वृद्धि की अपार संभावना है। चीन में 60 करोड़ से अधिक मोबाइल उपयोगकर्ता और दो करोड़ कंटेंट तैयार करने वाले लोग हैं। वहीं भारत में मोबाइल यूजरों की संख्या 37.1 करोड़ है, जिसमें स्व प्रकाशन से योगदान नाम मात्र है जिससे मांग और आपूर्ति के बीच भारी अंतर है। मोबाइल इंटरनेट के क्षेत्र में इस बदलाव को देखते हुए यूसीवेब ने एक अग्रणी कंटेंट वितरण प्लेटफॉर्म बनने की रणनीति बनाई है।
बता दें कि यूसी न्यूंज खुद कोई कंटेंट जनरेट नहीं करेगी, लेकिन वह अन्यए यूजर्स को कंटेंट जनरेशन के लिए प्रोत्सा्हित करेंगे। अगर आप भी लिखने के शौकीन हैं, तो यह अच्छाह मौका साबित हो सकता है। यूसी न्यू ज के प्ले फॉर्म पर आपको पैसा और पहचान दोनों मिल सकते हैं।
ज्योति को UC News एप के We-Media प्रोग्राम से मिली पहचान और पैसा
प्रीति जिंटा, रणविजय सिंह, कुणाल कपूर, दीया मिर्जा, युवराज सिंह, सोनू सूद, विकास खन्नाज, सुनील ग्रोवर, चेतन भगत, आर माधवन, बोमन ईरानी और नेहा धूपिया जैसे सेलेब्रिटी ने ब्लॉलगर ज्योीति के संघर्ष को सराहा है। ज्यो ति चाहर की पूरी जिंदगी UC News एप के We-Media प्रोग्राम ने बदल दी है। वह हरियाणा के एक छोटे से गांव गिरावड़ से हैं और चार भाई-बहनों में मैं सबसे बड़ी। ज्योदति ऐसे गांव से हैं, जहां बहुत कम उम्र में ही लड़कियों की शादी कर दी जाती है। वह छोटी-सी थी, जब उनका परिवार दिल्ली आकर बस गए। ये वो दौर था जब लड़कियां 10वीं-12वीं तो जैसे-तैसे पढ़ लेती थीं। लेकिन ज्योंति के परिवार ने उन्हें ओग की पढ़ाई करने के लिए पूरा सपोर्ट किया। ज्योेति ने मास कॉम में डिग्री ली और नौकरी की तलाश में जुट गईं।
इस दौरान ज्योति के पापा का एक्सीडेंट हो गया और वह अपनी याद्दाश्त भूल गए। इसके बाद पूरे घर की जिम्मेिदारी ज्योति के कंधों पर आ गई। ऐसे में ज्योति का सहारा बना UC News एप का We-Media प्रोग्राम। ज्योति रोज ब्लॉग लिखती थी। ब्लॉग के सफर के दौरान ही ज्योति को कुछ ब्लॉगर दोस्तों ने UC News एप के We-Media प्रोग्राम के बारे में बताया था। इसके बाद वह इस प्रोग्राम से जुड़ गईं और UC News के लिए लिखना शुरू कर दिया। यहां उनकी स्टोरी को बहुत ज़्यादा व्यूज़ मिलते हैं और उन्हों ने इससे पैसे कमाना भी शुरू कर दिया है।