भरोसे से लबरेज मोदी नहीं करेंगे वडोदरा में प्रचार!
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को वडोदरा में अपनी जीत का पूरा भरोसा है। मोदी का भरोसा ही है कि इस लोकसभा क्षेत्र में अब तक उनकी कोई रैली या चुनावी बैठक नहीं हुई है, और आगे भी ऐसी कोई योजना नहीं दिखाई दे रही है। गौरतलब है कि वडोदरा में 30 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे।
वडोदरा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को वडोदरा में अपनी जीत का पूरा भरोसा है। मोदी का भरोसा ही है कि इस लोकसभा क्षेत्र में अब तक उनकी कोई रैली या चुनावी बैठक नहीं हुई है, और आगे भी ऐसी कोई योजना नहीं दिखाई दे रही है। गौरतलब है कि वडोदरा में 30 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे।
भाजपा के सूत्रों के मुताबिक, अभियान खत्म होने में महज दो हफ्ते का समय शेष है, लेकिन अब तक मोदी की कोई चुनावी सभा या रोड शो प्रस्तावित नहीं है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि देशभर में पार्टी उम्मीदवारों के लिए तेज प्रचार अभियान में जुटे गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी वडोदरा से अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं। मोदी वडोदरा को अपनी कर्मभूमि बताते हैं और यहां उन्हें प्रचार करने की जरूरत नहीं है। सूत्रों ने बताया कि पार्टी को अपने स्थानीय नेताओं व पार्टी कैडर पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि जब मोदी खुद ही स्टार प्रचारक हैं, तब फिर भाजपा के किसी भी नेता या प्रचारक को वडोदरा आने की क्या जरूरत है? ऊर्जा मंत्री व मोदी के चुनाव इंचार्ज सौरभ पटेल ने कहा, यहां की जनता पर यह मोदी का भरोसा है कि वह यहां प्रचार करने की जरूरत नहीं समझ रहे हैं। हमारी स्थानीय इकाई बैठकें कर रही है और निजी संपर्को व बूथ स्तर के संपर्को पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इससे पहले जब भी विधानसभा या स्थानीय चुनाव हुए हैं, मोदी ने यहां रैलियों को संबोधित किया है। मोदी ने 9 अप्रैल को अपना नामांकन दाखिल करने से पहले यहां एक रोड शो किया था।
वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस अपने उम्मीदवार मधुसूदन मिस्त्री के पक्ष में अभियान को गति देने के लिए पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल की रैलियां यहां आयोजित कराने के प्रयास में है। हालांकि कांग्रेस पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, अब तक इनमें से किसी के दौरे को लेकर अंतिम फैसला नहीं हुआ है।