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लोनी की किशोरी ने नहीं किया धर्मातरण

गाजियाबाद के लोनी कस्बे की किशोरी के धर्मातरण और दुष्कर्म की घटना पर शासन ने धर्मातरण की बात से इन्कार किया है। गृह सचिव कमल सक्सेना व आइजी कानून-व्यवस्था अमरेंद्र सेंगर ने किशोरी के बयान के आधार पर दावा किया कि उसने धर्मातरण नहीं किया है। वह तो अपनी स्वेच्छा से गई थी। गृह सचिव ने बताया कि पुलिस न

By Edited By: Published: Thu, 07 Aug 2014 08:53 AM (IST)Updated: Thu, 07 Aug 2014 08:53 AM (IST)
लोनी की किशोरी ने नहीं किया धर्मातरण

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। गाजियाबाद के लोनी कस्बे की किशोरी के धर्मातरण और दुष्कर्म की घटना पर शासन ने धर्मातरण की बात से इन्कार किया है। गृह सचिव कमल सक्सेना व आइजी कानून-व्यवस्था अमरेंद्र सेंगर ने किशोरी के बयान के आधार पर दावा किया कि उसने धर्मातरण नहीं किया है। वह तो अपनी स्वेच्छा से गई थी। गृह सचिव ने बताया कि पुलिस ने किशोरी को बुधवार को बरामद कर लिया और उसे भगाने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है। युवक दूसरे संप्रदाय का है। उनके मुताबिक लड़की का कहना है कि वह अपनी स्वेच्छा से गई थी और उसने कोई धर्मातरण नहीं किया है। हालांकि अधिकारियों के पास इस सवाल का संतोषजनक जवाब नहीं था कि नाबालिग लड़की का बयान विधिक रूप से कितना महत्वपूर्ण है। सक्सेना ने कहा कि एफआइआर के हिसाब से लड़की नाबालिग है, लेकिन मेडिकल परीक्षण के बाद ही इसे अधिकृत माना जाएगा। लड़की के साथ दुष्कर्म के सवाल पर अफसरों का कहना था कि विवेचना में जो तथ्य सामने आएगा उसे बताया जाएगा।

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धर्मातरण के शपथ पत्र पर युवती के हस्ताक्षर नहीं

मेरठ के खरखौदा में युवती के धर्मातरण मामले में जांच-पड़ताल का सिलसिला जारी है। गृह सचिव कमल सक्सेना और आइजी कानून-व्यवस्था अमरेंद्र कुमार सेंगर ने बुधवार को साफ किया कि धर्म परिवर्तन के शपथ पत्र पर युवती के हस्ताक्षर नहीं है। इस मामले में बुधवार को गुल सनौवर और वकील अहमद को गिरफ्तार कर लिया गया है। तीन आरोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि स्थिति को और साफ करने के लिए एक एडवांस मेडिकल जांच होगी। मेडिकल कालेज मेरठ में उसका टीवीएस परीक्षण होगा। जो आरोपी गिरफ्तार नहीं किए जा सके उनका गैर जमानती वारंट जारी कर दिया गया है। गिरफ्तारी के लिए टीमें दबिश दे रही हैं।

आज खरखौदा जाएगी महिला आयोग की टीम

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की टीम मेरठ के खरखौदा क्षेत्र में युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद धर्म परिवर्तन कराए जाने की जांच करेगी। आयोग की अध्यक्ष जरीना उस्मानी, सदस्य राजदेवी चौधरी एवं सदस्य सचिव अनीता वर्मा सिंह संबंधित गांव में जाकर मामले की जांच-पड़ताल करेंगी। अनीता ने बताया कि बुधवार को महिला उत्पीड़न के मामले की समीक्षा में आयोग के पदाधिकारी भी शामिल रहे।

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