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पांपोर से भागा आतंकी पुलवामा में ढेर

पुलवामा में सुरक्षाबलों के साथ हुई भीषण मुठभेड़ में अपने एक स्थानीय आतंकी सहित मारा गया।

By anand rajEdited By: Published: Fri, 01 Jul 2016 02:42 AM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2016 03:20 AM (IST)
पांपोर से भागा आतंकी पुलवामा में ढेर

श्रीनगर। पांपोर में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले के दौरान फरार हुआ लश्कर का पाकिस्तानी आतंकी अबु आयन वीरवार को नेवा (पुलवामा) में सुरक्षाबलों के साथ हुई भीषण मुठभेड़ में अपने एक स्थानीय आतंकी सहित मारा गया।

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मारे गए आतंकियों के पास से भारी मात्रा में गोलाबारूद भी बरामद किया गया है। 25 जून को पांपोर में हुए हमले में सीआरपीएफ के आठ जवान शहीद हो गए थे। वहीं पुलवामा मुठभेड़ में दो सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं।

अमरनाथ यात्रा शुरू होने से दो दिन पहले दुर्दांत आतंकी अबु आयन की मौत को सुरक्षाबलों के लिए बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। अलबत्ता, मुठभेड़ के दौरान आतंकियों को भागने का सुरक्षित मौका देने के लिए स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों पर जमकर पथराव भी किया।

हिसक भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठियों व आंसूगैस का सहारा लेना पड़ा। हिसक झड़पों में छह पुलिसकर्मियों समेत 30 लोग घायल हो गए।

एसपी पुलवामा रईस बट ने बताया कि तड़के पता चला कि लश्कर के दो से तीन आतंकी मलवारा व नेवा में छिपे हुए हैं। उसी समय सीआरपीएफ, आरआर के साथ मिलकर एसओजी के जवानों ने एक अभियान चलाया। जवानों को अपने ठिकाने की तरफ आते देख आतंकियों ने वहां से भागने का प्रयास करते हुए गोली चलाई।

जवानों ने जवाबी फायर किया और इसके बाद शुरू हुई मुठभेड़ में दोनों आतंकी मारे गए। इस दौरान दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। उन्हें उपचार के लिए निकटवर्ती अस्पताल में दाखिल कराया गया है।

मारे गए आतंकियों की पहचान लश्कर के अबु आयन निवासी पाकिस्तान और गंडीबाग पुलवामा के मंजूर के रूप में हुई है। मुठभेड़स्थल से दो एसाल्ट राइफलें, पांच मैगजीन, भारी मात्रा में कारतूस, पांच ग्रेनेड, दो रेडियो सेट, मोबाइल फोन व अन्य साजो सामान भी मिला है।

इस बीच, गांव में मुठभेड़ शुरू होते ही बड़ी संख्या में लोग मुठभेड़स्थल पर जमा हो गए, हालांकि प्रशासन ने मुठभेड़स्थल के तीन किलोमीटर दायरे में निषेधाज्ञा लगा दी थी, लेकिन लोगों पर इसका असर नहीं हुआ। उन्होंने सुरक्षाबलों पर पथराव करते हुए उनका ध्यान बंटाने का प्रयास किया, ताकि आतंकियों को सुरक्षित भागने का मौका मिल सके।

देर शाम तक हिसक झड़पें जारी रहीं। एसपी पुलवामा रईस बट ने कहा कि हमने लोगों को सूचित किया है कि जब तक मुठभेड़स्थल को जांच के बाद सुरक्षित करार नहीं दिया जाता, कोई वहां नहीं जाए। मुठभेड़ के दौरान आतंकियों ने कुछ ग्रेनेड फेंके थे, जो फटे नहीं हैं।

आयन को मिली थी आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी :मुठभेड़ में मारा गया पाकिस्तानी आतंकी अबु आयन उन चार आत्मघातियों में शामिल था, जो गत अप्रैल माह के दौरान सरहद पार से आए थे। इन लोगों ने उड़ी सेक्टर से घुसपैठ की थी और आतंकी अयूब ललहारी इन्हें लेकर पुलवामा पहुंचा था।

दक्षिण कश्मीर में लश्कर के डिवीजनल कमांडर अबु दुजाना ने इन्हें सरहद पार स्थित अपने हैंडल सज्जाद जाट उर्फ साजिद के कहने पर आत्मघाती मिशन के लिए लगाया था।

अबु आयन व उसके साथियों ने 14 जून को पांपोर-अनंतनाग के बीच सुरक्षाबलों पर हमला करना था, लेकिन समय रहते सुरक्षाबलों को पता चल गया और अवंतीपोर के पास हुई मुठभेड़ में आयन अपने तीन साथियों संग बच निकला, लेकिन अबु खुबैब मारा गया था।

उसके बाद गत 25 जून को पांपोर में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले में शामिल दो आत्मघातियों के साथ भी वह मौजूद था, लेकिन हमले के दौरान वह अपने एक अन्य स्थानीय साथी के साथ वहां से निकल गया था। सूत्रों की मानें तो आयन को आने वाले दो दिनों में श्रीनगर के आसपास हमले की जिम्मेदारी मिली हुई थी, लेकिन उससे पहले ही वह सुरक्षाबलों के हाथों मारा गया।

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