महंगी दाल पर फिर तकरार, आमने-सामने आई भाजपा और कांग्रेस
दाल के मामले पर भाजपा और कांग्रेस एक बार फिर से आमने-सामने है। कांग्रेस इसे ठंडे बस्ते में नहीं डालना चाहती है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दाल की जमाखोरी, कालाबाजारी और महंगाई के मुद्दे को कांग्रेस ठंडा नहीं पड़ने देना चाहती है। तो भाजपा का आरोप है कि दाल संकट के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। उसने अपने लंबे कार्यकाल में दाल के किसानों को उत्साहित ही नहीं किया। भाजपा की ओर से यह आंकड़े भी पेश किए गए कि जमाखोरों पर कार्रवाई हो रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि पिछले 15 महीने से 150 से लेकर 200 फीसदी प्रति किलो ज्यादा पैसे अरहर दाल के लिए चुकाए हैं। इस लिहाज से जमाखोरों और कालाबाजारियों ने जनता की जेब से करीब ढाई लाख करोड रुपए की लूट की है। कांग्रेस के अनुसार यह एक बड़ा घोटाला है जिसमें सरकार की सरपरस्ती में जनता की जेब लूटी गई है। इस महंगाई में जनता लुट रही है और एनडीए सरकार ने आंखे मूंद रखी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री यह कहते रहे हैं कि उनकी सरकार में दलालों की दाल नहीं गलने वाली। तो फिर क्या सरकार यह बताएगी कि इस दाल की महंगाई में किसकी दाल गल रही है।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत ने जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस ने कभी किसानों के हित की सोची ही नहीं। यही कारण है कि उत्पादकता भी उस हिसाब से नहीं बढ़ी। अब सरकार इस दिशा में काम कर रही है। रही बात जमाख्रोरों की तो उस पर भी कार्रवाई की जा रही है। लेकिन राज्य सरकारों को भी सहयोग देना होगा।
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