Move to Jagran APP

महाराष्ट्र में एक एेसा स्कूल, जहां हर छात्रा की उम्र 60 साल से अधिक

क्षेत्र की कांता और उनकी दोस्त यहां के फांगणे गांव स्थित दादी नानियों के स्कूल ‘आजीबाईची शाला’ में पढ़ती हैं, जहां वे प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करती हैं ।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Sun, 19 Feb 2017 08:01 PM (IST)Updated: Sun, 19 Feb 2017 08:13 PM (IST)
महाराष्ट्र में एक एेसा स्कूल, जहां हर छात्रा की उम्र 60 साल से अधिक
महाराष्ट्र में एक एेसा स्कूल, जहां हर छात्रा की उम्र 60 साल से अधिक

ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे में एक एेसा स्कूल है जहां हर छात्रा की उम्र 60 साल से अधिक है। स्कूल में दिन की शुरूआत वह अपनी कक्षा के 29 छात्रों के साथ प्रार्थना से करती हैं और फिर अपने काले स्लेट पर चौक से मराठी में आड़े तिरछे अक्षरों को लिखने की कोशिश करती हैं। किसी प्राथमिक स्कूल में ऐसे दृश्य आम हो सकते हैं लेकिन यहां एक अंतर है - ये सभी छात्राएं 60 से 90 साल की उम्र की हैं।

loksabha election banner

क्षेत्र की कांता और उनकी दोस्त यहां के फांगणे गांव स्थित दादी नानियों के स्कूल ‘आजीबाईची शाला’ में पढ़ती हैं, जहां वे प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करती हैं और गणित, अक्षरज्ञान और उनके सही उच्चारण के साथ नर्सरी कविताओं का अभ्यास करती हैं। 45 साल की योगेंद्र बांगड़ ने वक्त के पहिये को फिर से घुमाने की पहल शुरू की।स्कूल का लक्ष्य गांव की बुजुर्ग महिलाओं को शिक्षित करना है। गांव का मुख्य पेशा खेती है।

फांगणे जिला परिषद प्राथमिक स्कूल के शिक्षक बांगड़ ने मोतीराम चैरिटेबल ट्रस्ट के साथ मिलकर यह पहल शुरू की। मोतीराम चैरिटेबल ट्रस्ट इन महिलाओं को स्कूल के लिये गुलाबी साड़ी, स्कूल बैग, एक स्लेट और चॉक पेंसिल जैसे जरूरी सामान के साथ कक्षा के लिये ब्लेकबोर्ड उपलब्ध कराता है। शुरू में स्कूल जाने में हिचकने वाली कांता अब मराठी में पढ़-लिख सकती हैं। वह कहती हैं कि शिक्षित होने से वह आत्मनिर्भर महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा कि शुरू शुरू में मैं शर्माती थी और हिचकिचाती थी लेकिन जब मैंने अपनी उम्र और उससे अधिक की महिलाओं के शाला में पढ़ने आने की बात जानी तो फिर मैंने भी अपने फैसले पर आगे बढ़ी। अब मैं अपनी भाषा में पढ़-लिख सकती हूं।

पढ़ेंः शिक्षकों की भारी कमी से जूझ रहे केंद्रीय विद्यालय


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.