एक घंटा पांच मिनट में बरेली से मुरादाबाद पहुंची टैल्गो
देश की पहली सेमी हाई स्पीड टेल्गो ट्रेन का पहला ट्रायल रन आज पूरा हो गया। ट्रेन ने 90 किलोमीटर का सफर एक घंटा दस मिनट में पूरा किया।
लखनऊ। कोचों ने बरेली-मुरादाबाद के बीच दो चक्कर लगाए। पहले ट्रायल में ट्रेन एक घंटा पांच मिनट में मुरादाबाद जंक्शन पहुंची। ट्रायल अभी कई दिन चलेगा। हाईस्पीड ट्रायल पलवल-मथुरा रूट पर होगा। सुबह आठ बजे इज्जतनगर वर्कशॉप से टैल्गो ट्रेन के नौ कोच जंक्शन पहुंचे। इसे देखने भीड़ जमा हो गई। स्पेन के इंजीनियरों की देखरेख में पहुंचे टैल्गो कोच के रैक को प्लेटफॉर्म नंबर दो पर लाया गया। साढ़े आठ बजे से ट्रायल होना था, लेकिन ट्रेन नौ बजकर पांच मिनट पर मुरादाबाद के लिए रवाना हुई। ट्रेन 115 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चली। इस स्पीड पर आमतौर पर जनसेवा एक्सप्रेस चलती है। हालांकि पहली बार स्पीड ट्रायल के खतरे को देखते हुए रेलवे की ओर से विशेष बंदोबस्त किया गया था। आरपीएफ और जीआरपी के जवान स्टेशनों और हाल्ट पर मौजूद रहे और किसी को ट्रैक के आसपास नहीं फटकने दिया। ट्रेन दस बजकर दस मिनट पर मुरादाबाद जंक्शन पहुंची। वहां उत्तर रेलवे के इंजीनियर और अधिकारियों ने भी ट्रेन के बारे में जानकारी ली। मुरादाबाद में ट्रेन सेटअप को स्पेनिश इंजीनियरों ने जांचा। सूत्रों ने बताया कि कुछ जगहों पर लगे मामूली झटकों की वजह जानने की कोशिश की। इस पर ट्रैक की कुछ खामियों पर बात हुई और सभी आश्वस्त हो गए। ट्रेन एक बजे बरेली को वापस रवाना हुई, जो पिछले समय में दो मिनट का सुधार करते हुए दो बजकर तीन मिनट पर जंक्शन के प्लेटफॉर्म दो पर आ गई। बाद में इज्जतनगर वर्कशॉप ले जाया गया। दो ट्रायल और होने थे, लेकिन उसे टाल दिया गया। अब ये ट्रायल सोमवार को किए जाएंगे। स्टेशन मास्टर चेतन शर्मा ने बताया कि ट्रायल के दौरान किसी ट्रेन का संचालन प्रभावित नहीं हुआ। स्पेन की टैल्गो ट्रेन का रविवार को पहला स्पीड ट्रायल सफल रहा। आम ब्रॉडगेज इंजन से जोड़े गए
पलवल व मथुरा के बीच ट्रायल 12 को
मथुरा में कल रेलवे स्टेशन पर रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने रेल बस को दो माह में शुरू करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि टैल्गो ट्रेन का ट्रायल 12 जून को पलवल-मथुरा के बीच होगा। सिन्हा ने जंक्शन रेलवे स्टेशन पर कार्यक्रम में कहा कि स्वचालित सीढिय़ां शुरू होने से बुजुर्ग यात्रियों को लाभ मिलेगा। फुट ओवरब्रिज छोटा होने के कारण एक तरफ ही स्वचालित सीढिय़ां बन सकी हैं। उन्होंने कहा कि मथुरा में ट्रेनों के लिए फ्लाई ओवर भी स्वीकृत किया जा चुका है। टैल्गो ट्रेन का ट्रायल भी 12 जून को मथुरा-पलवल के बीच होगा। सिन्हा ने कहा कि यात्रियों को लिए अंत्योदय, हम सफर, तेजस आदि ट्रेनें भी चलाई जानी हैं।