अफगानिस्तान लौटने पर भारतीय पादरी को दी मार डालने की धमकी
अफगानिस्तान में आतंकियों के कब्जे में आठ महीने रहने के बाद रिहा होकर स्वदेश पहुंचे भारतीय पादरी फादर एलेक्सिस प्रेम कुमार ने गुरुवार को अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि आतंकियों ने उन्हें धमकी के साथ रिहा किया। रिहा करते वक्त मुझसे कहा गया कि अगर फिर अफगानिस्तान
चेन्नई। अफगानिस्तान में आतंकियों के कब्जे में आठ महीने रहने के बाद रिहा होकर स्वदेश पहुंचे भारतीय पादरी फादर एलेक्सिस प्रेम कुमार ने गुरुवार को अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि आतंकियों ने उन्हें धमकी के साथ रिहा किया। रिहा करते वक्त मुझसे कहा गया कि अगर फिर अफगानिस्तान लौटे तो गोली मार कर हत्या कर दी जाएगी। इस बार तो तुम्हें ऐसे ही छोड़ दे रहे हैं।
अपने दुख भरे दिनों को याद करते हुए पादरी ने कहा कि बंधक रहने के दौरान ज्यादातर समय मेरे हाथ-पैर जंजीर से जकड़े रहते थे। प्रत्येक बारह घंटे पर मुझे एक बार टायलेट जाने की इजाजत मिलती थी। शौच के दौरान एक हथियारबंद आतंकी मेरे साथ रहता था।
फादर प्रेम कुमार के अनुसार, बार-बार पेशाब न आए, इसके लिए मैं कम पानी पीता था। इससे मेरी सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ा। प्रेम कुमार को पश्चिमी अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में पिछले साल दो जून को अगवा किया गया था।
उस समय वह अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संगठन जेसुइट रिफ्यूजी सर्विस (जेआरएस) के तहत अफगानिस्तान में शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे थे। वह इस एनजीओ के अफगानिस्तान निदेशक थे और करीब तीन साल से वहां मौजूद थे। अफगानिस्तान जाने से पहले वे तमिलनाडु में श्रीलंकाई शरणार्थियों के लिए सेवा कार्य करते थे।