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तमिलनाडु सरकार ने दूध के दाम 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ाए

दुग्ध उत्पादकों की मांग पर तमिलनाडु सरकार ने दूध के दाम 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिए हैं। इसके पहले सरकार ने तीन साल पूर्व दूध के दाम बढ़ाए थे। सरकार ने कहा है कि दुग्ध उत्पादकों को दूध के दाम के भुगतान में कोई कठिनाई नहीं आनी चाहिए। साथ ही यह भी कहा कि दूध की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

By manoj yadavEdited By: Published: Sat, 25 Oct 2014 02:12 PM (IST)Updated: Sat, 25 Oct 2014 02:47 PM (IST)
तमिलनाडु सरकार ने दूध के दाम 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ाए

चेन्नई। दुग्ध उत्पादकों की मांग पर तमिलनाडु सरकार ने दूध के दाम 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिए हैं। इसके पहले सरकार ने तीन साल पूर्व दूध के दाम बढ़ाए थे। सरकार ने कहा है कि दुग्ध उत्पादकों को दूध के दाम के भुगतान में कोई कठिनाई नहीं आनी चाहिए। साथ ही यह भी कहा कि दूध की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

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सरकार ने टोंड दूध का दाम 24 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 34 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। प्रदेश के 22.5 लाख दुग्ध उत्पादकों की मांग पर यह फैसला लिया गया है। उनका कहना था कि पशुओं के चारे के दामों में बेतहासा वृद्धि हुई है, जिससे दूध की लागत बढ़ती जा रही है। लिहाजा दूध के दाम में इजाफा किया जाना चाहिए।

सरकार ने गाय के दूध का दाम 5 रुपये और भैंस के दूध का दाम 4 रुपये प्रति लीटर बढ़ाया है। इस नई घोषणा के मुताबिक गाय के दूध का खरीद मूल्य 23 रुपये से बढ़कर 28 रुपये प्रति लीटर और भैंस के दूध का खरीद मूल्य में 31 रुपये से बढ़कर 35 रुपये प्रति लीटर हो जाएगा।

बढ़े हुए दाम एक नवंबर से लागू होंगे। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पेन्नीलेल्वम ने कहा कि इस एक जनवरी को बढ़ाए गए खरीद मूल्य को सख्ती से लागू किया जाएगा। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा संचालित दूध आपूर्तिकर्ता आविन की वित्तीय हालात ठीक नहीं है जिसके लिए पिछली सरकार जिम्मेदार है। सरकार द्वारा संचालित इकाई की हालत को सुधारने के मद्देनजर यह कदम उठाना जरूरी था।

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