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मोनेटाइजेशन स्कीम में जमा होगा तिरुपति मंदिर का 7.5 टन सोना

दुनिया का सबसे अमीर हिंदू मंदिंर तिरूपति देवस्थान करीब 7.5 टन सोना पिछले साल लांच किए गए गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम में डालने पर विचार कर रहा है।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Sat, 30 Apr 2016 05:42 PM (IST)Updated: Sun, 01 May 2016 08:33 AM (IST)
मोनेटाइजेशन स्कीम में जमा होगा तिरुपति मंदिर का 7.5 टन सोना

हैदराबाद, प्रेट्र : गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम को बड़ा सहारा मिल सकता है। तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) मंदिर का पूरा 7.5 टन सोना स्कीम में जमा करने की तैयारी में है। टीटीडी श्री वेंकटेश्वर स्वामी के दुनिया के सबसे धनी हिंदू मंदिर का प्रबंधन करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते साल गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम (जीएमएस) को लांच किया था।

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हाल में टीटीडी ने इस स्कीम के तहत पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 1.3 टन सोना जमा किया था। साथ ही सरकार से कुछ नियमों को बदलने का अनुरोध भी किया था, ताकि वह अपना पूरा सोना जमा कर सके।

टीटीडी के एक्जीक्यूटिव ऑफिसर डी संबासिव राव ने बताया कि मंदिर के पास करीब साढ़े सात टन सोना है।

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इसमें से ज्यादातर विभिन्न स्कीमों के तहत बैंकों में जमा है। मैच्योर होने पर पूरे सोने को मोनेटाइजेशन स्कीम में शिफ्ट किया जा सकता है। जीएमएस के तीन मुख्य घटक हैं। अल्प, मध्यम और दीर्घ अवधि। मध्यम और दीर्घ अवधि में मूल को सोने या नकदी में वापस किया जा सकता है। जबकि ढाई फीसद का ब्याज केवल नकद में चुकाया जाएगा। अनुरोध किया गया है कि ब्याज का हिस्सा सोने में ही चुकाया जाए। राव के अनुसार, हर साल टीटीडी को भक्तों से दान में 800 किलो से एक टन तक सोना मिलता है।


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