तीन युद्ध लड़ चुके मेजर का सेना ने मनाया जन्मदिन
मॉडल टाउन स्थित हाउस नंबर 371। घर के अंदर और बाहर सेना की चहलपहल। रेड कारपेट बिछा हुआ। कुछ पूर्व सैनिक भी मौजूद। कुछ पुरानी फोटो और टेबल पर रखा केक। सभी तैयार, लेकिन किसी का इंतजार हो रहा है। वज्र कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल अश्विनी कुमार बख्शी भी मौजूद हैं। इस बीच व्हीलचेयर पर एक बुजुर्ग को लाया जाता है। सभ
जालंधर, जासं। मॉडल टाउन स्थित हाउस नंबर 371। घर के अंदर और बाहर सेना की चहलपहल। रेड कारपेट बिछा हुआ। कुछ पूर्व सैनिक भी मौजूद। कुछ पुरानी फोटो और टेबल पर रखा केक। सभी तैयार, लेकिन किसी का इंतजार हो रहा है। वज्र कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल अश्विनी कुमार बख्शी भी मौजूद हैं। इस बीच व्हीलचेयर पर एक बुजुर्ग को लाया जाता है। सभी खड़े हो जाते हैं और लयबद्ध होकर हैप्पी बर्थडे बोलते हैं। यह बुजुर्ग हैं 100 वर्षीय रिटायर्ड मेजर कश्मीरा सिंह। मेजर ने सेना की तरफ से तीन युद्ध लड़े थे। लेफ्टिनेंट जनरल बख्शी ने उन्हें जन्मदिन की बधाई देते हुए सम्मानित किया।
पिता को 100वें जन्मदिन पर कोर कमांडर की तरफ से घर आकर बधाई देने पर बेटी सुरिंदर कौर भी पिता को संभालती हुई भावनाओं में कई बार बही। आंखें नम हो गई और फिर बोली, 'आई एम प्राउड टू बी डॉटर ऑफ आर्मी ऑफिसर'। वह गर्व से बताती हैं कि डैडी अभी भी बिना ऐनक अखबार पढ़ लेते हैं। कुछ दिनों से सेहत खराब है। आसपास ज्यादा भीड़ होने पर विचलित हो जाते हैं। मेजर कश्मीरा को शुभकामनाएं देने के लिए 1965 में उनके अधीन काम कर चुके 75 वर्षीय हवलदार देवराज डोगरा भी आए थे। बकौल डोगरा, मेजर बड़े कड़क ऑफिसर थे। कश्मीरा सिंह का जन्म 15 अप्रैल, 1914 को हुआ था। 15 जुलाई, 1945 को कोर ऑफ सिग्नल में सेकेंड लेफ्टिनेंट के पद पर कमीशन प्राप्त किया। 1947 (इंडो-पाक), 1962 (इंडो-चीन) एवं 1965 (इंडो-पाक) के युद्धों में हिस्सा लिया। 1971 में वह सेना से रिटायर हुए।