एनडीआरएफ की तीन और टीमें काठमांडू रवाना
नेपाल में भूकंप त्रासदी में राहत कार्य में तेजी लाते हुए 7वीं नेशनल डिसास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) का 120 सदस्यीय दल सोमवार सुबह बठिंडा से काठमांडू के लिए रवाना हुआ। चीफ कमांडेंट जयदीप सिंह ने पूरे आधुनिक उपकरणों से लैस तीन टीमों को भीसीयाणा एयरपोर्ट से रवाना किया। इससे पहले
बठिंडा। नेपाल में भूकंप त्रासदी में राहत कार्य में तेजी लाते हुए 7वीं नेशनल डिसास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) का 120 सदस्यीय दल सोमवार सुबह बठिंडा से काठमांडू के लिए रवाना हुआ। चीफ कमांडेंट जयदीप सिंह ने पूरे आधुनिक उपकरणों से लैस तीन टीमों को भीसीयाणा एयरपोर्ट से रवाना किया। इससे पहले शनिवार को 7वीं एनडीआरएफ से 160 सदस्यीय दल काठमांडू के लिए रवाना हुआ था।
दो दिन से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे एनडीआरएफ के जवान टीओ प्रशांत पंत की अगुआई में काठमांडू व नजदीकी क्षेत्रों से सोमवार दोपहर तक 47 शव निकाल चुके हैं। वहीं मलबे के नीचे दबे 10 लोगों को जिंदा निकाल चुके हैं। मगर, त्रासदी के बाद फोन व इंटरनेट सुविधाएं बंद होने के अलावा तबाही के बाद हालात काफी असामान्य बने हुए हैं। हर सूचना को सेना के विशेष सेटेलाइट फोन से हासिल किया जा रहा है।
नेपाल में सबसे बड़े राहत व बचाव काम में जुटा भारत
चीफ कमांडेंट जयदीप ने बताया कि नेपाल में मौजूद टीमों से लगातार संपर्क रखा जा रहा है। अभी तक टीम के किसी सदस्य को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा है। मगर, नेपाल की घनी आबादी वाले काठमांडू में बड़े स्तर पर तबाही की सूचनाएं मिल रही हैं। मलबे के नीचे से लोगों को ढूंढने के लिए विशेष ट्रेनिंग वाले डॉग से काम लिया जा रहा है। इसके लिए सोमवार को और तीन टीमों को रवाना किया गया है।