भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इस गजब संयोग के बारे में जानकर हैरान हो जाएंगे आप
ये महज एक संयोग ही है कि भारत के जितने टेस्ट कप्तान वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज खेलने गए वो अपने करियर में कप्तान के तौर पर दोबारा वहां नहीं जा सके।
नई दिल्ली, [संजय सावर्ण]। इसे महज एक संयोग ही कह सकते हैं कि विराट कोहली से पहले जितने भी भारतीय टेस्ट कप्तान अपनी कप्तानी में वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज खेलने गए ,वो दूसरी बार कप्तान के तौर पर वहां टेस्ट सीरीज खेलने नहीं जा सके। कोहली से पहले भारतीय क्रिकेट इतिहास में 10 ऐसे कप्तान हुए जो वेस्टइंडीज दौरे पर टेस्ट सीरीज खेलने गए। हाल ही में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने वाले और पूर्व भारतीय टेस्ट कप्तान धौनी ने भारत के लिए 60 टेस्ट मैचों में कप्तानी की मगर उन्हें भी कप्तान के तौर पर वेस्टइंडीज जाने का मौका एक ही बार मिला। आइए एक नजर डालते हैं भारतीय टेस्ट क्रिकेट के उन कप्तानों पर जो वेस्टइंडीज दौरे पर गए और उस दौरे पर क्या नतीजा रहा।
- विजय सैमुअल हजारे (1953)- ये भारतीय क्रिकेट इतिहास के पहले कप्तान थे जो वेस्टइंडीज दौरे पर गए थे। इनकी कप्तानी में दोनों देशों के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गई थी जिसे वेस्टइंडीज ने 1-0 से जीता था। चार मैच ड्रॉ रहे थे।
- नारी कांन्ट्रैक्टर (1962)- इस वर्ष दोनों देशों के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेली गई थी जिसे इंडीज ने 5-0 से जीता था।
-अजित वाडेकर (1971)- वाडेकर की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेली थी जिसे वेस्टइंडीज ने 1-0 से जीता था। शेष मैच ड्रॉ रहे थे।
-बिशन सिंह बेदी (1976)- बेदी की कप्तानी में भारत ने वहां चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेली थी। ये सीरीज भारत ने 1-2 से गवां दिया था।
-कपिल देव (1983)- कपिल की कप्तानी में विश्व विजेता भारतीय टीम इंडीज दौरे पर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने गई थी। वेस्टइंडीज ने ये सीरीज 2-0 से जीता था।
-दिलिप वेंगसरकर (1989)- वेंगसरकर की कप्तानी में भी भारत की तकदीर नहीं बदली। चार टेस्ट मैचों की सीरीज को इंडीज ने 3-0 से जीता था।
-सचिन तेंदुलकर (1997)- सचिन की कप्तानी में भारत के इंडीज में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेली थी। इंडीज ने ये सीरीज 1-0 से जीता था। बाकी के चार टेस्ट मैच ड्रॉ रहे थे।
-सौरव गांगुली (2002)- गांगुली ने विदेशी सरजमीं पर भारतीय क्रिकेट टीम को काफी सफलता दिलाई मगर वेस्टइंडीज में वो ये कमाल करने से चूक गए। एक बार फिर से भारत को पांच टेस्ट मैचों की सीरीज 2-1 से गंवानी पड़ी।
-राहुल द्रविड़ (2006)- द्रविड़ भारत के पहले कप्तान थे जिन्होंने वेस्टइंडीज में भारत के टेस्ट सीरीज में जीत दिलाई। चार टेस्ट मैचों की सीरीज को भारत ने 1-0 से जीता था। अन्य मैच ड्रॉ रहे थे।
-महेंद्र सिंह धौनी (2011)- धौनी ने द्रविड़ की राह पर चलते हुए भारत को वेस्टइंडीज में दूसरी बार टेस्ट सीरीज को अपने नाम किया। तीन टेस्ट मैचों की सीरीज को भारत ने 1-0 से जीता था।