बुनियादी विद्यालयों की किस्मत संवार रहा ये शख्स
स्वयंसेवी संगठनों की मदद से स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं और आधुनिक शिक्षा की व्यवस्था की जाती है ई-लर्निंग रूम भी किया गया है तैयार...
जासं (बेतिया) : महात्मा गांधी द्वारा चनपटिया प्रखंड के वृंदावन में स्थापित पहले बुनियादी विद्यालय को संसाधनयुक्त बनाने में सुजय कुमार सिन्हा जुटे हैं। उन्होंने इस विद्यालय को गोद लिया है। इसे साधन संपन्न बनाने में वे कई स्वयंसेवी संगठनों की भी मदद ले रहे हैं। सुजय ने सबसे पहले वर्ष 2013 में चनपटिया प्रखंड के रानीपुर स्थित बुनियादी विद्यालय को गोद लिया और उसे संपन्न विद्यालय बना दिया। इसमें सुजय टीच (टीईएसीएच ) यानी टीचर सपोर्ट, ई-लर्निग, एडल्ट एजुकेशन और चाइल्ड डेवलपमेंट पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। बेतिया रोटरी क्लब और इंटरनेशनल क्लब के सहयोग से इन पांच शर्तों को रानीपुर बुनियादी विद्यालय में पूरा किया गया है।
इस योजना के तहत लड़के व लड़कियों के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए गए हैं। एक चापाकल लगाया गया है। पानी की टंकी को मोटर से जोड़कर पानी की आपूर्ति वॉशरूम में की गई है। हाथ धुलाई के लिए हैंडवॉश
स्टेशन बनाए गए हैं। समय-समय पर साबुन भी उपलब्ध कराए जाते हैं। ई-लर्निंग रूम भी तैयार किया गया है। इसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। समृद्ध लाइब्रेरी की व्यवस्था है। बच्चों के लिए 200 प्रकार की पुस्तकें भी दी गई हैं। रानीपुर विद्यालय की सूरत बदलने के बाद सुजय कुमार ने 2016 में रायधुरवा बुनियादी विद्यालय को गोद लिया है।
वर्ष 2017 में राजकीय मध्य विद्यालय उपाध्याय टोला व बुनियादी विद्यालय श्रीनगर को भी गोद लेने की कवायद शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि ये संस्थाएं विद्यालय को तीन साल के लिए गोद लेती है। तीन साल में सभी स्तरीय सुविधाएं स्कूल में उपलब्ध करा दी जाती हैं। बच्चों के बीच बैग, पोशाक, जूता उपलब्ध कराने का सिलसिला भी जारी रहता है। सुजय ने बताया कि उन्हें समाज सेवा की प्रेरणा दीदी व जीजा से मिली। उनकी इच्छा है कि शिक्षा से जुड़ी सरकारी योजनाएं अपने मूल स्वरूप में धरातल पर उतरे।
यह भी पढ़ें : शैक्षणिक प्ररिभ्रमण के लिए हाई स्कूल के छात्र-छात्राएं रवाना