मुलायम सिंह की शिवपाल से वार्ता के बाद रामगोपाल यादव हुए पार्टी से बाहर
समाजवादी पार्टी के नेताओं को आज रामगोपाल यादव का पत्र मिलने के बाद से पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने इस मसले पर उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष शिवपाल यादव से फोन पर बात की ।
लखनऊ (वेब डेस्क)। समाजवादी पार्टी के बड़े ही कद्दावर नेता माने जाने वाले प्रोफेसर रामगोपाल यादव को आज पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया है। उनके लेटर बम पर आज सुबह से ही यूपी का सियासी पारा गरमा गया था। माना जा रहा है कि रामगोपाल यादव को बर्खास्तगी के रूप इसका नतीजा भुगतना पड़ा है। अखिलेश यादव कैबिनेट से शिवपाल यादव की बर्खास्तगी के बाद यह कड़ा फैसला लिया।
समाजवादी पार्टी के नेताओं को आज रामगोपाल यादव का पत्र मिलने के बाद से समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने इस मसले पर उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष शिवपाल यादव से फोन पर बात की है।
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दोनों नेताओं के बीच मौजूदा सियासी हालात पर चर्चा हुई। इसके बाद से संभावना बन गई थी रामगोपाल यादव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
शिवपाल सिंह यादव ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि रामगोपाल यादव को समाजवादी पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित किया गया है।
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उन्होंने कहा कि रामगोपाल का बेटा अक्षय और पुत्रबधू यादव सिंह मामले में फंसे हैं। सीबीआई के डर से रामगोपाल भाजपा का एजेंट बन गए हैं। शिवपाल ने कहा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के आदेश पर रामगोपाल को छह वर्ष के लिए पार्टी से बाहर किया गया है।
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उन्होंने कहा कि नेताजी व जनेश्वर मिश्र से रामगोपाल जेल में मिलने तक नहीं गए। शिवपाल यादव ने प्रेस कांफ्रेंस में रामगोपाल यादव पर सीधे निशाना साधते हुए कहा था कि हमारे घर के ही कुछ लोग भाजपा से मिल गए हैं। खासकर प्रोफेसर रामगोपाल यादव भाजपा के एजेंट हैं।यादव सिंह प्रकरण मे सीबीआई जांच चल रही है। N.P Agro India Limited में डिन नंबर 06849746 पर डायरक्टर के पद पर रामगोपाल का नाम अंकित है।
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रामगोपाल यादव की राज्यसभा सदस्यता भी अब वापस होगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद शिवपाल सपा प्रदेश कार्यालय से निकले।अम्बिका चौधरी और नारद राय भी उनके बाद निकल गए ।