Move to Jagran APP

1993 मुंबई धमाकों के ये है मुख्य गुनाहगार

12 मार्च 1993 का वो काला दिन था, जब देश ने एक के बाद एक 12 हमले झेले। इस दिन मुंबई में एक के बाद एक बारह बम धमाकों में 257 लोगों की मौत हो गई थी और 700 से अधिक लोग जख्मी हो गए थे।

By Jagran News NetworkEdited By: Published: Wed, 15 Jul 2015 09:29 AM (IST)Updated: Tue, 21 Jul 2015 03:41 PM (IST)
1993 मुंबई धमाकों के ये है मुख्य गुनाहगार

मुंबई। 12 मार्च 1993 का वो काला दिन था, जब देश ने एक के बाद एक 12 हमले झेले। इस दिन मुंबई में एक के बाद एक बारह बम धमाकों में 257 लोगों की मौत हो गई थी और 700 से अधिक लोग जख्मी हो गए थे। इन धमाकों से लगभग 27 करोड़ से अधिक राशि की संपत्ति नष्ट हो गई थी। यह पहला मौका था, जब देश ने सीरियल बम ब्लास्ट के दंश को झेला था। इसी दिन बॉम्बे स्टॉक एक्सेंज की 28 मंज़िला इमारत की बेसमेंट में भी धमाका हुआ जिसमें लगभग 50 लोग मारे गए थे ।

loksabha election banner

इस मामले में 123 अभियुक्त हैं जिनमें से 12 को निचली अदालत ने मौत की सज़ा सुनाई थी। इस मामले में 20 लोगों को उम्र कैद की सज़ा सुनाई गई थी जिनमें से दो की मौत हो चुकी है और उनके वारिस इस मुकदमा लड़ रहे हैं। इनके अलावा 68 लोगों को उम्र कैद से कम की सज़ा सुनाई गई थी जबकि 23 लोगों को निर्दोष माना गया था।

ये भी पढ़ेंः मुंबई धमाकों के 22 साल बाद याकूब मेमन को अब होगी फांसी

ये हैं मुख्य आरोपी

संजय दत्त

नवंबर 2006 में संजय दत्त को पिस्तौल और एके-56 राइफल रखने का दोषी पाया गया था। लेकिन उन्हे कई अन्य संगीन मामलों में बरी किया गया था । नवंबर 1, 2011 को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरु हुई थी जो दस महीने चली अगस्त 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा था । 2013 में उन्हें टाडा कानून के तहत पांच साल की सजा हुई है और फिलहाल वे सजा काट रहे हैं।

दाऊद इब्राहम

इन धमाकों के मुख्य अभियुक्त दाऊद इब्राहम को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। पुलिस का यह कहना है कि यह धमाके भारत से बाहर रहने वाले दाऊद ने कराए थे। दाऊद इब्राहम को पकड़ने के लिए भारत सरकार जी जान से जुटी है । हालांकि अभी तक सफलता हाथ नही लग पाई है ।

याकूब मेमन

धमाकों से मुंबई को दहलाने वाले याकूब को साल 2007 में टाडा कोर्ट ने मौत की सजा सुनायी थी, जिसके बाद याकूब ने हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति के पास अपनी सजा की माफी के लिए अपील की लेकिन हर जगह से उसकी बात खारिज कर दी गई। अब क्यूरेटिव पेटिशन भी खारिज हो गई है। अब 30 जुलाई 2015 को याकूब मेमन को फांसी पर लटकाया जा सकता है।

अबु सलेम

1993 के बम धमाकों में अबु सलेम का बड़ा हाथ था। लंबी लड़ाई के बाद उसे 11 नवंबर 2005 को पुर्तगाल से प्रत्यर्पित किया गया था। वह उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला है। मुंबई के बिल्डर प्रदीप जैन, संगीत सम्राट गुलशन कुमार की हत्या में उसका हाथ बताया जाता है। फिलहाल वह जेल में बंद है।

टाइगर मेमन

याकूब मेमन ने दाऊद इब्राहिम और फरार अभियुक्त अपने भाई टाइगर मेमन के साथ मिलकर मुंबई बम धमाकों की साजिश रची थी। टाईगर मेमन के ड्राईवर मोहम्मद रफीक मोदी और मोहम्मद युसूफ खान पर हथियार और विस्फोटक लाने के दोष के तहत टाडा की धारा 3 के तहत पांच-पांच साल की कैद और 25-25 हजार रुपए का जुर्माना तथा धारा 6 के तहत छह साल के कठोर कारावास तथा 25 हजार रुपए का जुर्माना किया।

ये भी पढ़ेंः याकूब मेमन के बारे में ये खास बातें जानते हैं आप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.