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बच्चों को आवारा कुत्ता काटने पर सुप्रीमकोर्ट चिंतित

सुप्रीमकोर्ट ने आवारा कुत्तों के बच्चों को काटने पर चिंता जताई है। कोर्ट ने आवारा कुत्तों से बच्चों की सुरक्षा और कुत्ते के काटने पर मुआवजा दिलाए जाने की मांग पर केंद्र और केरल सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Mon, 30 Nov 2015 08:17 PM (IST)Updated: Mon, 30 Nov 2015 08:31 PM (IST)
बच्चों को आवारा कुत्ता काटने पर सुप्रीमकोर्ट चिंतित

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सुप्रीमकोर्ट ने आवारा कुत्तों के बच्चों को काटने पर चिंता जताई है। कोर्ट ने आवारा कुत्तों से बच्चों की सुरक्षा और कुत्ते के काटने पर मुआवजा दिलाए जाने की मांग पर केंद्र और केरल सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

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न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ ने सोमवार को आवारा कुत्तों से बच्चों की सुरक्षा पर चिंता जताते हुए कहा कि बच्चे इनका आसान शिकार होते हैं। इनसे बच्चों की सुरक्षा होनी चाहिए। पीठ ने कहा कि सरकार की ये जिम्मेदारी है कि वह आवारा कुत्तों से लोगों की सुरक्षा करे। इसके साथ ही कोर्ट ने कुत्ते के काटने पर मुआवजा दिलाए जाने की मांग वाली जनहित याचिका पर केंद्र और केरल सरकार को नोटिस जारी किया है।

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केरल राज्य के एक गैर सरकारी संगठन ने सुप्रीमकोर्ट में याचिका दाखिल कर आवारा कुत्तों से बच्चों की सुरक्षा और कुत्ते के काटने पर मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। एनजीओ का कहना है कि सरकार के पास कुत्तों के काटने पर मुआवजा देने की कोई नीति नहीं है।

मामले पर बहस करते हुए गैर सरकारी संगठन के वकील वीके बिजू ने कहा कि केरल में एक अस्पताल में एक दिन में कुत्तों के काटने के 24 मरीज आए। उनका कहना था कि आवारा कुत्तों से स्कूली बच्चों को बचाने का खास तौर पर इंतजाम होना चाहिए। ये बच्चे ही आवारा कुत्तों का सबसे ज्यादा निशाना बनते हैं। एनजीओ की मांग थी कि कोर्ट देश के सभी अस्पतालों में कुत्तों के काटने पर मुफ्त प्राथमिक चिकित्सा दिये जाने के आदेश दे। कोर्ट ने दलीलें सुनने के बाद नोटिस जारी करते हुए इस याचिका को भी केरल के कुत्तों के संबंध में पहले से लंबित याचिका के साथ सुनवाई के लिए संलग्न करने के आदेश दिए।

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