पीएम मोदी लंदन में भारतवंशियों संग मनाएंगे दिवाली
विदेशों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती जा रही है। पीएम मोदी इस साल दिवाली लंदन में भारतवंशियों के साथ मनाएंगे। खबरों के मताबिक वे दिवाली के दिन यानी 11 नवंबर को लंदन के लिए निकलेंगे। मशहूर वैंबली स्टेडियम में 13 नवंबर को उनका कार्यक्रम है। इस
नई दिल्ली । विदेशों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती जा रही है। पीएम मोदी इस साल दिवाली लंदन में भारतवंशियों के साथ मनाएंगे। खबरों के मताबिक वे दिवाली के दिन यानी 11 नवंबर को लंदन के लिए निकलेंगे। मशहूर वैंबली स्टेडियम में 13 नवंबर को उनका कार्यक्रम है। इस स्टेडियम में 90 हजार लोगों की बैठने की क्षमता है। यही नहीं अबतक 70 हजार से अधिक लोगों ने मोदी के इस कार्यक्रम के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। इस कार्यक्रम के दुनिया भर में सजीव प्रसारण की व्यवस्था की गई है।
कार्यक्रम के आयोजक यूरोप इंडिया फोरम इस दिन दीवाली मनाएगा। दावा किया गया है कि प्रोग्राम के आखिर में ऐसी आतिशबाजी होगी कि लोग लंबे समय तक याद रखेंगे। यूरोप इंडिया फोरम के प्रमुख नाथ पुरी ने बताया कि मोदी के प्रोग्राम को ऐतिहासिक बनाने के लिए तैयारियां चल रही हैं। पूरे ब्रिटेन में भारतीयों के 650 छोटे-बड़े संगठनों को इवेंट पार्टनर बनाया गया है। ब्रिटेन में रहने वाले हर भारतीय को इस शो से जोड़ने की कोशिश की जा रही है।
नमो ने भी बोला- शैतान, जंगलराज व यदुवंशी, समीक्षा करेगा चुनाव आयोग
लंदन में होगी पीएम मोदी की दिवाली
लंदन यात्रा के दौरान मोदी 11 नवंबर से 14 नवंबर तक यहां रहेंगे। लंदन के ओलिम्पिक साइज के वैम्बले स्टेडियम में 13 नवंबर को उनका प्रोग्राम है। शो की थीम रहेगी-‘टू ग्रेट नेशन, वन ग्लोरियस फ्यूचर’। मोदी के भाषण से पहले एआर रहमान का शो होगा। भारतीय संगठनों के कन्फेडरेशन के प्रमुख प्रवीण अमीन के मुताबिक लंदन में इतनी बड़ी संख्या में लोगों के जुटने को देखते हुए 13 नवंबर को मोदी स्पेशल एक्सप्रेस ट्रांसपोर्ट सर्विस चलाई जाएगी ताकि लोगों को परेशानी नहीं हो।
मोदी के कार्यक्रम के लिए दी सैलरी
लेबर पार्टी के सांसद कीथ वाज, वीरेन्द्र शर्मा और सीमा मल्होत्रा ने अपनी सैलरी का एक हिस्सा मोदी की रैली के खर्च के लिए दिया है। अमीन का कहना है कि वैम्बले स्टेडियम में अब तक कोई पॉलिटिकल रैली नहीं हुई है। यहां या तो रॉक कॉन्सर्ट होते हैं, या फिर चैम्पियंस लीग के मैच होते हैं। उनके मुताबिक पिछले 10-12 साल में किसी विदेशी तो क्या ब्रिटिश नेता की भी इतनी बड़ी मीटिंग नहीं हुई है। कीथ वाज के मुताबिक संसद के स्पीकर से बात हुई है कि मोदी का एक कार्यक्रम ब्रिटिश सांसदों को संबोधित करने का भी रखा जाए। इस पर अभी भारत सरकार की तरफ से हरी झंडी आनी बाकी है।
बिहार में आज फिर गरजेंगे नमो; कल कहा था, 'शैतान' से है मुकाबला'