भ्रामक विज्ञापन करने वाले सेलेब्रिटी पर कसेगा शिकंजा
राज्यसभा में आज शून्यकाल के दौरान सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने भ्रामक विज्ञापनों का मुद्दा उठाया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। उपभोक्ताओं को नकली व मिलावटी उत्पाद बेचने के लिए भ्रामक विज्ञापन करने वाले ब्रांड अंबेस्डर फिल्म स्टार, स्पोर्ट्स हस्तियां और धार्मिक नेताओं पर कानूनी शिकंजा कसने का दबाव सरकार पर बढ़ता जा रहा है। उत्पाद बनाने वाली दोषी कंपनियों के साथ ऐसे सेलेब्रिटी को जिम्मेदार बनाने का मसला बृहस्पतिवार को राज्यसभा में जोरशोर से उठाया गया। पिछले दिनों केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण परिषद ने इसकी सिफारिश की है।
राज्यसभा में सपा नेता ने उठाया मुद्दा
राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान समाजवादी पार्टी के सांसद नरेश अग्रवाल ने यह मुद्दा उठाते हुए उपभोक्ताओं के साथ होने वाली ठगी और नाइंसाफी पर चिंता जताई। उन्होंने सदन में मांग की कि इस मसले पर सदन में आमराय बननी चाहिए। ताकि ऐसे सेलेब्रिटी बचकर निकल न पायें। चुटकी लेने के अंदाज में उन्होंने कहा कि घटिया उत्पाद बेचने के लिए ब्रांड एंबेस्डर बनाने का अजीब का चलन हो गया है। इन सेलेब्रिटी पर विश्वास के विज्ञापन के झांसे में उपभोक्ताओं को ठग लिया जाता है।
फिल्म, खेल व धार्मिक नेताओं के भ्रामक विज्ञापन करने पर जताई आपत्ति
क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का जिक्र करते हुए सांसद अग्रवाल ने कहा कि उन्हें लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने नोएडा की एक रियल एस्टेट कंपनी के लिए विज्ञापन किया था। फिल्मों के नायक सलमान खान के चिकित्सा उपकरण व उत्पादों के विज्ञापन करने पर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों में इसके लिए सख्त कानून हैं। इसके तहत उत्पाद के घटिया या खराब निकलने पर कानून के दायरे में सेलेब्रिटी भी आता है।
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उन्होंने सदन से कहा कि देश में इसके लिए सख्त कानून होना चाहिए, ताकि आम उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी व ठगी न हो सके। उन्होंने कहा कि इस संबंध में संसदीय समिति की रिपोर्ट है, जिस पर सरकार को विचार करना चाहिए।