लखनऊ में पिछले तीन महीने से छिपे थे आतंकी, नहीं लगी भनक
राजधानी पुलिस और स्थानीय अभिसूचना इकाई का यह हाल तब है, जब पिछले कुछ महीनों से चुनाव के कारण वैसे ही हाई अलर्ट है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तीन महीने से आतंकी अपना ठिकाना बनाए हुए थे, लेकिन स्थानीय पुलिस या एलआइयू को इसकी भनक तक नहीं लगी। आतंकियों के इस तरह सुरक्षित छिपे होने से एक बार फिर स्थानीय खुफिया तंत्र की पोल खुल गई है।
राजधानी पुलिस और स्थानीय अभिसूचना इकाई का यह हाल तब है, जब पिछले कुछ महीनों से चुनाव के कारण वैसे ही हाई अलर्ट है। इसके बावजूद कालोनी में आतंकियों का पनाह लेना स्थानीय पुलिस और स्थानीय अभिसूचना इकाई की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है।
लखनऊ में आतंकी मुठभेड़ के बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट
यह पहला मौका नहीं है, जब राजधानी में इस तरह से आतंकियों ने शरण ली है। पुलिस और एलआइयू के ढुलमुल रवैये के चलते पहले भी आतंकियों ने राजधानी को अपना ठिकाना बनाया है। कचहरी में ब्लास्ट करने वाले आरोपियों ने भी राजधानी में सुरक्षित तरीके से रहकर ही घटना को अंजाम दिया था। चुनाव में पुलिस को अधिक सतर्कता बरतने और मुहल्ले-मुहल्ले घूमकर संदिग्धों की चेकिंग करने के निर्देश दिए गए थे। बुधवार को आतंकियों के ठिकाना बनाने की सूचना सामने आने के बाद एक बार फिर पुलिसिंग पर सवाल खड़े हो रहे हैं।