अातंकी नावेद ने कहा- जज साहब मैं कोठरी में बंद रहा तो मर जाउंगा
ऊधमपुर के नरसू इलाके में बीएसएफ कानवाय पर आतंकी हमले में जिंदा बचे पाकिस्तानी आतंकवादी नावेद को जब रिमांड बढ़ाने के लिए जज के सामने पेश किया गया तो वह इस बात को लेकर रुआंसा हो गया कि उसे खुले में नहीं रखा जाता है।
जागरण संवाददाता, जम्मू । ऊधमपुर के नरसू इलाके में बीएसएफ कानवाय पर आतंकी हमले में जिंदा बचे पाकिस्तानी आतंकवादी नावेद को जब रिमांड बढ़ाने के लिए जज के सामने पेश किया गया तो वह इस बात को लेकर रुआंसा हो गया कि उसे खुले में नहीं रखा जाता है। वह एक कोठरी में बंद है। उसे सिर्फ आधा घंटा ही बाहर रखा जाता है, उसने कहा कि अगर ऐसा ही रहा तो मैं मर जाऊंगा। उसने यह भी आरोप लगाया कि मेरी पाकिस्तान में घर वालों से बात भी नहीं कराई गई। इस पर जज ने पब्लिक प्रोसीक्यूटर को निर्देश दिए कि पाकिस्तानी सरकार से बात करे और उसकी बातचीत की व्यवस्था करें।
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विदित रहे कि 28 अक्टूबर को पेशी के दौरान नावेद ने हाथ से लिखी दरखास्त एनआइए के जज को दी थी, जिसमें घरवालों से बात कराने की गुजारिश की गई थी। दरखास्त में उसने घर वालों के दो मोबाइल नंबर भी दिए थे लेकिन यह नंबर स्विच ऑफ आ रहे हैं। जहां तक उसे खुले में रखने का सवाल है, उसपर कोट भलवाल जेल सुप¨रटेंडेंट ने एनआइए अदालत को अनुपालन अर्जी में कहा है कि अति संवदेनशील कोट भलवाल जेल में कई पाकिस्तानी कैदी बंद हैं। नावेद को खुले में रखना खतरे से खाली नहीं है ।
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जम्वाल करेंगे नावेद की पैरवी
जागरण संवाददाता, जम्मू । एनआइए की विशेष अदालत ने पब्लिक प्रोसीक्यूटर को निर्देश दिए कि नावेद व उसके मददगारों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए आरोपियों को भी वकील मुहैया कराए। जज वाईपी कोतवाल के निर्देश पर सुबोध सिंह जम्वाल को नावेद का वकील मुकर्रर किया गया। अब सभी आरोपियों को 20 नवंबर को दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा।