आतंकी हमले में शामिल गुनहगारों का मददगार 15 साल बाद गिरफ्तार
बिहार की गया पुलिस के अनुसार कुछ दिनों पूर्व औरंगाबाद जिले से आतंकी घटना की संलिप्तता में मोहम्मद हसन को गिरफ्तार किया गया था।
हजारीबाग, जागरण संवाददाता। कोलकाता स्थित अमेरिकन सेंटर पर हुए आतंकी हमले में शामिल गुनहगारों को पनाह दिलाने वाले गुलाम सरवर को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। सरवर की गिरफ्तारी घटना के 15 साल बाद बिहार के गया जिले धरमूचक गांव से हुई है। इस कार्रवाई में बिहार और झारखंड पुलिस की टीम शामिल थी। झारखंड की हजारीबाग पुलिस ने उसे अपनी गिरफ्त में लिया। फिर सरवर को हजारीबाग कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेपी केंद्रीय जेल भेज दिया गया। वह धरमूचक गांव में अपनी पहचान छिपाकर रह रहा था।
वहीं बिहार की गया पुलिस के अनुसार कुछ दिनों पूर्व औरंगाबाद जिले से आतंकी घटना की संलिप्तता में मोहम्मद हसन को गिरफ्तार किया गया था। उसे से मिली जानकारी के आधार पर सरवर को दबोचा गया। हसन और सरवर चचेरे भाई हैं। झारखंड पुलिस के मुताबिक 2002 में अमेरिकन सेंटर पर हुए हमले में सरवर का भतीजा शामिल था, जिसे घटना के बाद पुलिस ने कोलकाता में पकड़ लिया था।
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एसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि सरवर 2002 में हजारीबाग के खिरगांव में ही रहते हुए फेरी का काम करता था। उसने कोलकाता के अमेरिकन सेंटर पर हुए हमले के बाद आतंकियों को हजारीबाग के खिरगांव में अपने रिश्तेदार के घर पनाह दिलाई थी। बाद में आतंकियों की भनक मिलते ही 27 जनवरी, 2002 को एटीएस व हजारीबाग पुलिस ने खिरगांव में हुई मुठभेड़ में दोनों आतंकियों मोहम्मद इदरिश और सलीम को मार गिराया था। तब से लेकर आज तक सरवर फरार चल रहा था। 2008 में पुलिस ने इस मामले में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें सरवर को फरार दिखाया गया था।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकन सेंटर में हुए हमले में छह लोगों की संलिप्तता सामने आई थी। इनमें दो कोलकाता में पकड़े गए, दो को हजारीबाग में मुठभेड़ में मार गिराया गया। एक गुलाम सरवर गया से शनिवार को गिरफ्तार किया गया। एक आतंकी नौशाद अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
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