Move to Jagran APP

भारत-इंग्लैंड के बीचा चौथा टेस्ट शुरू, इतिहास रचेगा या दोहराया जाएगा

इंग्लिश टीम के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में गुरुवार से चौथा टेस्ट खेलने के लिए भारतीय टीम तैयार है।

By ShivamEdited By: Published: Wed, 07 Dec 2016 08:29 PM (IST)Updated: Thu, 08 Dec 2016 09:42 AM (IST)
भारत-इंग्लैंड के बीचा चौथा टेस्ट शुरू, इतिहास रचेगा या दोहराया जाएगा

अभिषेक त्रिपाठी, मुंबई। भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज अब उस जगह आ गई है जहां या तो इतिहास रचा जाएगा या फिर पुराना इतिहास दोहराया जाएगा। पांच टेस्ट मैच की सीरीज में 0-2 से पिछड़ रही इंग्लिश टीम के खिलाफ मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में गुरुवार से चौथा टेस्ट खेलने के लिए भारतीय टीम तैयार है।

loksabha election banner

ये वही वानखेड़े है जिसका इतिहास इंग्लैंड के साथ है। 2012 में पिछले दौरे में मेहमान टीम पहला टेस्ट अहमदाबाद में हारकर मुंबई आई। यहां खेले गए दूसरे टेस्ट में उसने दस विकेट से जीत दर्ज कर सीरीज में बराबरी की और इसके बाद उसने कोलकाता में एक मैच और जीतकर सीरीज अपने नाम की। 2006 में इंग्लिश टीम तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में पिछड़ रही थी, लेकिन उसने मुंबई में अंतिम टेस्ट जीतकर सीरीज बराबर कर ली थी। अगर एलिस्टेयर कुक की टीम यहां फिर जीतने में सफल रहती है तो इतिहास दोहराया जाएगा, लेकिन अगर कोहली सेना इस मैच को जीतने या ड्रॉ कराने में सफल हुई तो वो लगातार 17 टेस्ट में अपराजेय रहने के रिकॉर्ड को दोहरा लेगी।

विराट रचेंगे इतिहास !

अगर भारतीय टीम यह मैच जीत लेती है तो मुहम्मद अजहरुद्दीन के बाद विराट कोहली दूसरे ऐसे कप्तान हो जाएंगे जिनके नेतृत्व में टीम इंडिया इंग्लैंड को लगातार तीन टेस्ट मैचों में हराएगी। अजहर की कप्तानी में 1993 में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 3-0 से हराया था। यह एकमात्र मौका है जब भारत ने इंग्लैंड को लगातार तीन टेस्ट में हराया। अब भारतीय टीम के पास एक बार फिर इतिहास रचने का मौका है।

मुंबई में जरा बचकर

भले हो भारतीय टीम इस समय प्रबल दावेदार नजर आ रही हो, लेकिन मुंबई का किला फतह करना उनके लिए इतना भी आसान नहीं है। आखिरी बार इस मैदान पर इंग्लैंड ने भारत को दस विकेट से करारी शिकस्त दी थी। 2012 में सीरीज के दूसरे टेस्ट में कप्तान धौनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और टीम ने चेतेश्वर पुजारा के शतक की मदद से 327 रन बना डाले। जवाब में इंग्लैंड की टीम ने कुक और केविन पीटरसन के शतकों की मदद से विशाल 413 रन बनाकर अहम बढ़त हासिल कर ली। दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाज महज 142 रन पर ढेर हो गए जिसके बाद इंग्लैंड की टीम ने 58 रनों का लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया। उस मैच में इंग्लैंड के लिए स्पिनर मोंटी पनेसर और ग्रेम स्वान ने मैच जिताऊ गेंदबाजी की थी। इस बार स्वान और पनेसर टीम के साथ नहीं है, लेकिन आदिल रशीद इस सीरीज के पहले तीन मैचों के बाद सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं जो कि भारतीय टीम के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकते हैं।

बदला चुकता करने का समय

कोहली की टीम 2012 में कुक की टीम को गंवाई ट्रॉफी फिर हासिल करने की फिराक में है। यह मैच ड्रॉ भी रहता है तो भारत सीरीज जीत जाएगा। इससे पहले इंग्लैंड ने 2011 में इंग्लैंड में, 2012 में भारत में और 2014 में फिर इंग्लैंड में टीम इंडिया को हराया था। वानखेड़े पर पिछले दो टेस्ट में इंग्लैंड ने भारत को हराया है और 2012 का टेस्ट तो खासकर इसलिए याद रखा जाएगा, क्योंकि केविन पीटरसन ने भारतीय सरजमीं पर किसी विदेशी बल्लेबाज की सबसे उम्दा पारियों में से एक खेली थी। हालांकि अब समय बदल गया है। कोहली की टीम राजकोट में खुद को बचाने के बाद विशाखापत्तनम और मोहाली में अंग्रेजों को पटक चुकी है। दुबई में एक सप्ताह की छुट्टी मनाकर लौटी इंग्लिश टीम को छुट्टियों का फायदा मिलता है या नुकसान ये भी इस मैच के फैसले से पता चल जाएगा। इंग्लैंड के एशियाई मूल के दो खिलाड़ी हसीब हमीद और जफर अंसारी चोटिल हो गए हैं और इनकी जगह कीटन जेनिंग्स और लियाम डासन को टीम में शामिल किया गया है।

भारत की समस्या फिटनेस

भारतीय टीम फिटनेस की समस्याओं से जूझ रही है, लेकिन नए खिलाड़ियों का प्रदर्शन अच्छा रहा है। तीसरे नंबर पर चेतेश्वर पुजारा और कप्तान विराट कोहली ने उम्दा बल्लेबाजी की है, जबकि निचले क्रम पर आर अश्विन शानदार फॉर्म में हैं। आठ साल बाद टीम में लौटे पार्थिव पटेल ने पारी की शुरुआत करके मोहाली में 42 और 67 रन बनाए। केएल राहुल चोट से उबरकर लौटे हैं और ऐसे में पार्थिव अब मध्यक्रम में उतर सकते हैं। राहुल के लौटने और रहाणे के बाहर होने के बाद अब ये देखना होगा कि करुण नायर या मनीष पांडे में से विराट कोहली किसको मौका देते हैं। खराब फॉर्म के बावजूद मुरली विजय का ओपनिंग करना तय है। शमी अगर नहीं खेलते हैं तो उमेश यादव के ऊपर भार बढ़ जाएगा। अश्विन, रवींद्र जडेजा और जयंत यादव ने फिरकी का कमाल दिखाया है। तीसरे टेस्ट के बाद सात दिन के ब्रेक से गेंदबाजों को काफी मदद मिली होगी और अब वे फिर इंग्लैंड की बल्लेबाजी की बखिया उधेड़ने को बेताब होंगे। इंग्लैंड की परेशानी कुक और जो रूट के फॉर्म में निरंतर आई गिरावट है। राहत की बात ये है कि उनके तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड फिट होकर लौट रहे हैं जो विशाखापत्तनम टेस्ट के बाद से बाहर थे।

क्रिकेट की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें

- टीमें

भारत: विराट कोहली (कप्तान), मुरली विजय, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, मनीष पांडे, आर अश्विन, पार्थिव पटेल, जडेजा, अमित मिश्रा, उमेश यादव, करुण नायर, जयंत यादव, भुवनेश्वर कुमार, मुहम्मद शमी/शार्दुल ठाकुर।।

इंग्लैंड: एलिस्टेयर कुक (कप्तान), कीटोन जेनिंग्स, मोईन अली, जॉनी बेयरस्टॉ, जैक बॉल, गैरी बालांस, गेरेथ बेटी, स्टुअर्ट ब्रॉड, जोस बटलर, बेन डकेट, स्टीवन फिन, लियाम डासन, आदिल रशीद, जो रूट, बेन स्टोक्स, क्रिस वोक्स।

खेल जगत की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.